Mustard: सरसों में आ सकती है हल्की तेजी, नई फसल की आवकों में हो सकती है देरी

 

The Chopal, New Delhi: पिछले 2 दिनों से सरसों उत्पादक राज्यों में पाला पड़ने से सरसों की नई फसल को नुकसान पहुंचा है. वही कुछ इलाकों में बरसात से फसल में देरी होने की आशंका जताई जा रही है. आगामी 19-20 जनवरी को फिर मौसम खराब हो सकता है. इसलिए सरसों कीमतों में हल्का सुधार आने की उम्मीद जताई जा रही है.

तेल मिलों की सीमित मांग होने के कारण शनिवार को दिल्ली दादरी लाइन पर तेल की कीमतों में गिरावट आई. और सरसों के भाव 50 रूपये कमजोर हो गए. हालांकि मकर सक्रांति पर्व अधिकांश मंडियों में आवक नहीं हुई लेकिन बाजार का मिजाज ठंडा दिखाई दिया.

चालू रबी में सरसों की बुवाई बढ़कर 96.85 हेक्टेयर में हो चुकी है. जबकि पिछले साल इस समय केवल 89.78 लाख हेक्टेयर में ही हुई है उत्पादक राज्यों में मौसम खराब है, और कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी देखी गई है. सरसों की नई फसल की आवक में देरी होने का अनुमान है.

अगर सर्दी में और ज्यादा बढ़ोतरी होती है तो सरसों की भाव में नुकसान की आशंका बढ़ जाती है. फिलहाल बाजार में सरसों की कीमती इसलिए डाउन है क्योंकि नई फसलों में बंपर उत्पादन का अनुमान है. यदि सरसों की फसल में सर्दी के कारण नुकसान होता है तो निश्चित ही कीमतों में सुधार होगा.

सलोनी प्लांट सरसों भाव 16 जनवरी 2023

शमशाबाद : 6900 (-100)
दिग्नेर   : 6900 (-100)
अलवर  : 6825 (-100)              
कोटा    : 6750(-100)

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