किसान अब गुलाब की खेती से छापेंगे गुलाबी नोट, इस तरीके से कमा रहें इस राज्य के अन्नदाता लाखों रुपये, आप भी जानें 

 

The Chopal, खेतीबाड़ी डेस्क: महाराष्ट्र में किसान ने विभिन्न प्रकार की खेती के प्रति दिलचस्पी दिखाई है और फूलों की खेती भी इसमें शामिल है। किसानों ने सरकार की सलाह पर आधुनिक विधि से फूलों की खेती शुरू की है और यह कार्य उन्हें अच्छी कमाई प्रदान कर रहा है।

फूलों की खेती करने के लिए किसानों ने नए तकनीकी साधनों, उचित खादों, समयिक जल संचयन और पेशेवर बागवानी के अध्ययन पर ध्यान केंद्रित किया है। इसके साथ ही, वे बाजार की मांग और मूल्यांकन के साथ बागवानी की योजना बना रहे हैं ताकि वे उत्पादों को अच्छी रोजगार और मार्जिन प्रदान कर सकें।फूलों की खेती करने से किसानों को स्थानीय और विदेशी बाजारों में बेहतर मूल्य प्राप्त हो रहा है, और इसके साथ ही प्रदेश में पर्यटन और उद्यानिकी के क्षेत्र में विकास के अवसर भी बढ़ रहे हैं। इससे किसानों की आय बढ़ी है। 

किसान बाबूराव शामराव सुरवसे ने गुलाब की खेती करके अच्छी कमाई प्राप्त की है। इससे प्रकृतिक मारों के कारण होने वाले नुकसान से उन्हें बचाने में सफलता मिली है। यह उनके लिए एक उदाहरणीय प्रेरणा स्रोत हो सकता है और दूसरे किसानों के लिए भी एक सफल मॉडल बन सकता है।गुलाब की खेती एक मुनाफाकर्षी व्यापारिक विकल्प हो सकती है, खासकर महिलाओं और पर्यटन उद्योग के लिए। गुलाब के फूलों की मांग विविधताओं में उच्च रहती है, जिससे किसानों को अच्छी मूल्य प्राप्त हो सकती है।

यह साबित करता है कि महाराष्ट्र के किसान नए और आधुनिक खेती प्रथाओं को अपना रहे हैं और अन्य फसलों के अलावा विविध विकल्पों की खेती में दिलचस्पी ले रहे हैं। इससे उन्हें नये आय स्रोत और मौके मिल सकते हैं जो उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। बाबूराव शामराव सुरवसे के उदाहरण से दूसरे किसान गुलाब की खेती करने की बारीकी सीख रहे हैं। बाबूराव शामराव सुरवसे ने 9 एकड़ जमीन में गुलाब की खेती शुरू की है और उन्हें इसके लिए 35 हजार रुपये का खर्च आवश्यक पड़ा है। लेकिन अब वे गुलाब के फूल बेचकर और खर्च निकालकर रोजाना एक हजार रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं। इस तरह सालाना उनकी कमाई तीन लाख रुपये से अधिक हो रही है।

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दूसरे किसान भी अब गुलाब की खेती करने की सीख रहे तरीके 

यह बाबूराव शामराव सुरवसे के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता का संकेत है और इससे दूसरे किसानों को भी प्रेरित किया जा रहा है कि वे गुलाब की खेती को अपनाएं और इससे आर्थिक रूप से सुरक्षित हों। गुलाब की खेती उच्च मानकों और आपूर्ति के माध्यम से अच्छी कीमत प्राप्त करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है, जिससे किसान अधिक आय कमा सकते हैं। 

गुलाब की खेती से सालाना 5 लाख रुपये तक की कमाई होना एक बहुत ही प्रभावशाली परिणाम है। राजेश कुमार के उदाहरण से स्पष्ट हो रहा है कि गुलाब की खेती न केवल महाराष्ट्र बल्कि अन्य राज्यों में भी किसानों को प्रोत्साहित की जा रही है।

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साल में 5 लाख रुपये तक की कमाई

राजेश कुमार जैसे किसानों का उदाहरण देखकर लोगों को यह समझ में आता है कि गुलाब की खेती उच्च मुनाफा देने वाला व्यापारिक विकल्प हो सकता है। इससे किसान अपनी आय को बढ़ा सकते हैं और अपने घर का खर्च पूरा कर सकते हैं। गुलाब की खेती में मार्केट और आपूर्ति की मांग पर ध्यान देने के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता के फूलों की उपज करना महत्वपूर्ण होता है।