Success Story: नौकरी छोड़कर आज चलाते है करोड़ की कंपनी, कठिन परिस्थियों से नहीं मानी हार
Success Story : किसी भी बिजनेस को शुरू करना बहुत आसान है, लेकिन उसे सफल बनाने के लिए बहुत मेहनत और लगन की जरूरत होती है। असफलताओं या कठिन हालात से कभी हार नहीं माननी चाहिए। आज हम आपको गागन आनंद की सफलता की कहानी बता रहे हैं, जो महज एक छोटी सी शुरुआत से आज करोड़ों का कारोबार चलाता है।
Success Tips : मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से हर इंसान अपनी मंजिल तक पहुंच सकता है। किसी भी कारोबार को शुरू करना जितना आसान होता है, उसे चलाने में भी उतनी ही मुश्किल होती है, लेकिन ईमानदारी और लगन से किया गया हर प्रयास आपको नए शिखर पर ले जा सकता है। आइसक्रीम कंपनी के मालिक गगन आनंद ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया है। उसने अपनी मेहनत से अपना सपना साकार कर दिखाया है। आज इनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर कई करोड़ रुपये है। आइए जानते हैं उनकी कहानी।
छोटी रकम के साथ दिल्ली आए थे -
37 वर्षीय गगन 17 साल की उम्र में जेब में सिर्फ 1200 रुपये लेकर दिल्ली अपने भाई से मिल गए। दिल्ली में वे इस छोटी सी रकम के साथ एक बड़ा लक्ष्य लेकर आए थे। दिल्ली आने के बाद, उन्होंने पिज्जा हट में महज 1,500 रुपये प्रति महीने की नौकरी शुरू की, लेकिन आज उनकी तकदीर पूरी तरह से बदल चुकी है। आज गगन आनंद (Gagan Anand ki safalta ki kahani) एक कंपनी चलाते हैं जो स्कूजो आइस-ओ-मैजिक नाम से आइसक्रीम बेचती है। आजकल इनका सालाना कारोबार लगभग 8 करोड़ रुपये है।
बचपन से एक्टर बनने का सपना देखा -
Gagan झारखंड (तब बिहार) में रहते हैं। गगन (Gagan) मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। गगन परिवार में चार भाई-बहनों में सबसे छोटा है, एक मध्यम वर्गीय परिवार में पैदा हुआ है। वह बचपन से ही एक्टर बनना चाहते थे। उनके पिता ने दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद रिटायर हो गए। पिता के रिटायरमेंट के बाद पूरे परिवार को पेंशन से गुजारा करना बहुत मुश्किल था। उन्होंने एक्टर बनने का सपना लेकर दिल्ली आया।
21 वर्ष की उम्र में रेस्तरां का जनरल मैनेजर बन गया
जब वे दिल्ली में एक्टर बनने का सपना लेकर आए, तो उन्हें जल्दी पता चला कि इस क्षेत्र में करियर बनाना असंभव था। गगन एक दिन दिल्ली के कनॉट प्लेस में घूमते हुए पिज्जा हट के दरवाजे पर गौर किया। जहां उन्होंने अपना पहला काम किया था वहाँ उन्होंने बहुत मेहनत की और 21 साल की उम्र में रेस्टोरेंट के जनरल मैनेजर बन गए (Gagan Anand ne kaise ki bussiness ki suruwat)। इन्होंने कुछ साल की कड़ी मेहनत के दौरान कई भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय ब्रांडों के साथ काम किया।
इस दौरान खुद का कारोबार शुरू किया (Gagan Anand kaise bane crorpati)
गगन आनंद की कहानी में गगन का आइसक्रीम बचपन से पसंद था। साथ ही, पिज्जा हट और अन्य कई ब्रांडों के साथ काम करने से वे पूरी तरह से जानते थे। वह विदेश में काम करने के बाद वापस भारत आ गए। उन्होंने यहां आकर कुछ कंपनियों में काम किया। कंपनियों में काम करते हुए, उन्होंने खुद का व्यवसाय शुरू करने का विचार किया। इस दौरान, 2020 में उन्होंने डेजर्ट कैफे को 'स्कूजो आइस-ओ-मैजिक' (Scuzo Ice-O-Magic) नाम दे दिया। उस समय कोरोना के कारण लॉकडाउन था, जिससे उन्हें कुछ कठिनाई हुई, लेकिन उन्होंने इसका सख्ती से सामना किया।
प्राप्त करें आइसक्रीम कंपनी का टर्नओवर -
कोरोनावायरस लॉकडाउन के दौरान, गगन ने सोचा कि वह आइसक्रीम बनाएंगे जो पूरी तरह से प्राकृतिक होगी और रिफाइंड शुगर का उपयोग नहीं करेगी। आज ये एक छोटी सी शुरुआत से कई तरह की आइसक्रीम बनाते हैं। ग्लूटेन फ्री आइसक्रीम भी है। आज देशभर के 15 राज्यों में 30 से अधिक स्टोर हैं। फ्रेंचाइजी मॉडल पर गगन की कंपनी काम करती है, आपको बता दें। कुल 30 स्टोर में से पांच कंपनी के खुद के हैं, जबकि दूसरे बीस फ्रेंचाइजी मॉडल पर दिए गए हैं। तीन से चार वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद, वित्त वर्ष 2022–2023 में उनकी आइसक्रीम कंपनी का टर्नओवर 8 करोड़ रुपये का था।