UP में 10 हजार हेक्टेयर में बसेगा नया शहर, 60 गांवों को शामिल कर हुआ सर्वे, ब्लूप्रिंट तैयार
UP News : यमुना विकास प्राधिकरण नया आगरा बसाने जा रहा है। यहां पर सब अनोखा और गजब का होगा। इसमें करीब 10,500 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जाएगी। फिलहाल इसका मास्टर प्लान तैयार करने के लिए नेशनल कंपनी स्काई ग्रुप (Sky Group) को जिम्मेदारी दी गई है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में न्यू आगरा अर्बन सेंटर का निर्माण करने की प्रक्रिया को शुरू किया है। नए आगरा का भी खाका तैयार है। यह शहर सांस्कृतिक धरोहर, पर्यावरण, यातायात और व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा।
Uttar Pradesh News : यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में न्यू आगरा अर्बन सेंटर का निर्माण शुरू किया है। नए आगरा का भी खाका तैयार है। यह शहर सांस्कृतिक धरोहर, पर्यावरण, यातायात और व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाएगा। यहां पर हॉलीवुड और बॉलीवुड सहित दुनिया भर के प्रसिद्ध पार्क और स्मारकों का लघु रूप विकसित किया जाएगा।
60 गांवों का सर्वे किया
यमुना प्राधिकरण के एक अधिकारी ने कहा कि आगरा के अधिसूचित क्षेत्र को न्यू आगरा अर्बन सेंटर बनाया जाएगा। शहर को बसाने के लिए प्राधिकरण ने इंजाइम कंपनी के साथ मिलकर आगरा की अतमातपुर तहसील के 60 गांवों का सर्वे किया। सात हजार घरों, 11 हजार गाड़ी, ट्रक, कार, बस और 135 रियल स्टेट संपत्ति और 3000 झुग्गी-झोपड़ी के सामाजिक वातावरण का अध्ययन इस दौरान किया गया था। कंपनी ने सर्वे करके शहर का मूल चित्र बनाया है।
नए आगरा को मास्टर प्लान 2041 में शामिल करने के लिए इसका प्रस्ताव बनाकर उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा। बताया गया है कि यह शहर धरोहर, पर्यावरण, यातायात और उद्योगों का केंद्र बनेगा। इस शहर में छोटे टाउनशिप बनाए जाएंगे। शहर को हरा-भरा और आधुनिक बनाने के लिए हॉलीवुड, बॉलीवुड सहित देश-दुनिया के प्रसिद्ध स्मारक, म्यूजियम और पार्कों के मिनिएचर बनाए जाएंगे।
ताजमहल की सुंदरता खराब नहीं होगी
ताज ट्रैपेजियम जोन (TTJD) के तहत ताज महल के आसपास की जमीन को प्रदूषण से मुक्त बनाया जाएगा। यहां कोई भी गतिविधि नहीं होगी जो प्रदूषण करती हो या ताज की सुंदरता को खराब करती होगी। इसके साथ एक कार्ययोजना भी बनाई गई है। यहां पर प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को भी पूरी तरह से रोक दिया जाएगा। यहां कोई औद्योगिक गतिविधि नहीं होगी, ताज को देखने वालों को कोई समस्या नहीं होगी और इसकी सुंदरता बरकरार रहेगी।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा, "नया आगरा बसाने के लिए खाका तैयार हो गया है। आपत्तियां अब मांगी गई हैं। 15 जनवरी तक प्राप्त आपत्तियों का समाधान करने के बाद शहर को मास्टर प्लान में शामिल करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।