The Chopal

UP के इस जिले में बनेगा 100 एकड़ में कारगो एयरपोर्ट, 18 जिलों को मिलेगा सीधा लाभ, जमीन अधिग्रहण जारी

UP News : उत्तर प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक और शैक्षिक केंद्र कानपुर में एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रस्ताव रखा गया है। यह परियोजना क्षेत्र के समग्र विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ व्यापार, पर्यटन, और परिवहन सुविधाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

   Follow Us On   follow Us on
UP के इस जिले में बनेगा 100 एकड़ में कारगो एयरपोर्ट, 18 जिलों को मिलेगा सीधा लाभ, जमीन अधिग्रहण जारी 

Uttar Pradesh News : कानपुर में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट भी प्रस्तावित है। कानपुर महानगर योजना और कानपुर रीजन इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट अथॉरिटी (क्रीडा) में इसका प्रस्ताव है। कानपुर महानगर योजना में प्रस्ताव पारित होने के बाद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की संभावनाओं की जांच की जाएगी। कार्गो एयरपोर्ट भी बनाने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रस्तावित है, मंडलायुक्त विजयेंद्र पांडियन ने बताया। यह प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार की क्षेत्रीय संतुलन और विकास की नीति का हिस्सा है, जिसके तहत राज्य के अन्य शहरों में बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनने से कानपुर को लाभ

इंटरनेशनल एयरपोर्ट कानपुर में बनने से आसपास के 18 जिलों को सीधा लाभ मिल सकता है। लेकिन एक पेंच भी इसमें फंस गया है। भारतीय एयरपोर्ट अथॉरिटी के नियमों के अनुसार 80 किमी के दायरे में दूसरा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट नहीं बन सकता है। ऐसे में अधिकारी इसके निर्माण के अलावा नई संभावनाओं की खोज कर रहे हैं।

नए बनाए गए एयरपोर्ट का विस्तार

20.266 हेक्टेयर (50 एकड़) जमीन, कानपुर के नए बनकर तैयार हुए चकेरी एयरपोर्ट के निकट स्थित मवइया गांव से खरीदी गई है, जिसका उद्देश्य देश के अन्य महानगरों के लिए कारगो उड़ानों का संचालन करना है।

वर्तमान में एयरपोर्ट 50 एकड़ में फैला है, लेकिन इसे दो गुना करने की योजना है। यह सौ एकड़ में फैल जाएगा।

नाइट लैंडिंग सिस्टम स्थापित करना आवश्यक है

चकेरी एयरपोर्ट पर वर्तमान में एक साथ तीन फ्लाइटें उतर सकती हैं। नाइट लैंडिंग भी है। खराब मौसम या अंधेरा होने पर फ्लाइटें आ जा नहीं पाती क्योंकि पूरा सिस्टम अधिक प्रभावी नहीं है। इसलिए लाइटों को लगाना होगा और नाइट लैंडिंग सिस्टम को मजबूत करना होगा।

कारगो एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण जारी है

रात में फ्लाइट्स को आसानी से उतारा जा सकेगा, इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने 600 मीटर की दूरी पर मवइया, पैबंदी और शेषपुर गांव में नाइट लैंडिंग को मजबूत करने की मांग की है।

टर्मिनल क्षेत्र के लिए आवश्यक जमीन

इसी तरह, एयरपोर्ट टर्मिनल परिसर को बढ़ाने के लिए 120 मीटर लंबी और 360 मीटर चौड़ी जगह की आवश्यकता होगी। यह स्थान मवइया की ओर होना चाहिए। अब तहसील प्रशासन जरूरत के अनुसार जगह देने में व्यस्त है। फिलहाल, आगे की योजना बनाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी से एक नक्शा मांगा गया है।

कानपुर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रस्ताव इस क्षेत्र को न केवल भारत के अंदर बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाएगा। यह परियोजना शहर की आर्थिक, सामाजिक, और बुनियादी ढांचे की क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर में सुधार लाने में सहायक होगी।