राजस्थान के इस जिले में बनेगी 103 किमी लंबी सड़क, 36 गांवों को होगा फायदा
Rajasthan News : राजस्थान में आने वाले समय में हर जिले में आपको चकाचक सड़के नजर आने वाली है। पहले राजस्थान में रोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर को इतनी मजबूत नहीं मिली जितनी पिछले कुछ सालों में मिली है। राजस्थान के इस जिले में 103 किलोमीटर लंबी 6 सड़के बनाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट से तीन दर्जन गांवों को आधुनिक सुविधाएं मिलने वाली है।

The Chopal : राजस्थान में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बीते कुछ सालों में जबरदस्त काम हुआ है, और अब यह सिलसिला और तेज़ होने जा रहा है। आने वाले समय में हर जिले में चकाचक, चौड़ी और आधुनिक सड़कें नजर आएंगी। राजस्थान में 93.65 करोड़ रुपये की लागत से सीकर जिले में छह सड़कें बनाई जाएंगी। पीडब्ल्यूडी मई में टेंडर जारी करेगा। इन छह सड़कों का कुल व्यास 103 किमी होगा। सड़कों का निर्माण करने से तीन दर्जन से अधिक गांवों को राहत मिलेगी। पीडब्ल्यूडी ने राज्य सरकार को डीपीआर सौंप दी थी। इसके बाद अब राज्य सरकार ने अनुमोदन दिया है।
गांवों की अर्थव्यवस्था और जीवनशैली में भी बड़ा बदलाव
जिले में पालवास-तासर-आडा दर्रा से धोद विधानसभा तक साढ़े तीन किमी की सड़क बनाई जाएगी। इसमें डेढ़ करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसी तरह सामोता की ढाणी कोटड़ी लुहारवास से आभावास तक 75 किमी की सड़क बनाई जाएगी। 35 करोड़ रुपये इस पर खर्च होंगे। NHC-52 से श्रीमाधोपुर तक सड़क 50 करोड़ रुपये में बनाई जाएगी। यह बारह किलोमीटर लंबा होगा। इस तरह के सड़क प्रोजेक्ट न सिर्फ आवागमन को आसान बनाते हैं, बल्कि गांवों की अर्थव्यवस्था और जीवनशैली में भी बड़ा बदलाव लाते हैं।
साथ ही, नेछवा मुख्य स्टेशन से एसडीएम कार्यालय नेछवा और बालाजी स्टेशन तक 4.90 किमी लंबी सड़क का चौड़ाईकरण और सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। इस पर 4.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बीटी सड़क खुड़ी छोटी से सांवलोद लाडखानी तक बनाई जाएगी। साढ़े पांच किलोमीटर लंबी सड़क बनाने में 1.65 करोड़ रुपये खर्च होंगे। एक करोड़ से ढाई किमी लंबी मिसिंग लिंक सड़क पालवास से श्यामपुरा के बीच तेतरवालों की ढाणी तक बनाई जाएगी।
3 दर्जन गांवों को सुविधा मिलेगी
103 किलोमीटर की सड़क बनाने से जिले के तीन दर्जन से अधिक गांवों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी और लोगों को लाभ होगा। छोटे वाहन चालकों को सामने से आ रहे वाहन नहीं दिखाई देते। इसलिए दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। बरसात के दिनों में भी कीचड़ की समस्या बनी रहती है, लेकिन सड़कों का निर्माण होने से इन मार्गों पर आना आसान हो जाएगा।