UP में अब इस एक्सप्रेसवे पर बनेंगी 11 नई सिटी, 29 जिलों में तैयार होंगे औद्योगिक गलियारे
The Chopal ( UP ) एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक शहरों को बसाये जाने की घोषणा के साथ उनकी तस्वीर भी साफ हो गई है। सबसे ज्यादा 11 औद्योगिक शहर कॉरीडोर गंगा एक्सप्रेस वे के किनारे बसेंगे। दूसरे नंबर पर 6 औद्योगिक शहर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित होंगे। तीसरे नंबर पर पांच शहरों के साथ पूर्वांचल एक्सप्रेस वे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे रहेंगे। गोरखपुर में केवल दो औद्योगिक शहरों को विकसित किया जाएगा। 23 जिलों के 84 गांवों को पहले ही अधिसूचित कर किया जा चुका है।
सभी एक्सप्रेस वे के लिए अलग-अलग प्रोफाइल और फोकस सेक्टर तैयार किए गए हैं। निवेश भी इसी आधार पर बांटा गया है। गंगा एक्सप्रेस वे औद्योगिक गलियारों के लिहाज से सबसे समृद्ध होगा। इसमें कुल 11 औद्योगिक शहर मेरठ, हापुड़, अमरोहा, सम्भल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज के नजदीक बसाये जाएंगे। मालूम रहे कि गंगा एक्सप्रेस वे अभी तक 25 फीसदी से ज्यादा तैयार हो चुका है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर छह औद्योगिक शहर बसाये जाएंगे। ये औद्योगिक शहर चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन और औरैया में विकसित जाएंगे। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर पांच औद्योगिक शहर बनेंगे जिन्हें आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, कन्नौज और कानपुर नगर में बसाया जाएगा। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर छह औद्योगिक शहर फाइनल किए गए हैं। इन्हें लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, गाजीपुर और अम्बेडकरनगर में विकसित किया जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे पर दो औद्योगिक शहर अम्बेडकरनगर और गोरखपुर में विकसित किया जाएगा।
29 जिलों की 30 तहसीलों पर औद्योगिक गलियारा
प्रस्तावित औद्योगिक गलियारा 29 जिलों की 30 तहसीलों पर बनाया जाना है। जिसमें अम्बेडकरनगर की दो तहसीलों को शामिल किया गया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के सभी छह जिलों की छह तहसीलों पर औद्योगिक गलियारा बनेगा। इन औद्योगिक शहरों में फार्मा पार्क, टेक्सटाइल पार्क, वेयर हाउस, लॉजिस्टिक, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, होजरी, फूड प्रोसेसिंग, दुग्ध प्रसंस्करण, दवा, आईटी पार्क, भारी उद्योगों और मशीनरी को बसाया जाएगा।
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