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UP के इन तीन गांवों की 1365 हेक्टेयर जमीन का होगा भूमि अधिग्रहण, हजारों परिवार के लिए यमुना अथॉरिटी का बड़ा प्लान

UP News : यमुना प्राधिकरण लगभग 12 हजार परिवारों को तीन गांवों से स्थानांतरित करने की योजना बना रही है। इन ग्रामीणों को प्राधिकरण फ्लैट बनाकर उपलब्ध कराएगा। यमुना प्राधिकरण करीब 1365 हेक्टेयर जमीन भूमि का अधिग्रहण करेगा।

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UP के इन तीन गांवों की 1365 हेक्टेयर जमीन का होगा भूमि अधिग्रहण, हजारों परिवार के लिए यमुना अथॉरिटी का बड़ा प्लान

Uttar Pradesh News : नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट जेवर के पहले चरण, जो 1334 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ था, 80 प्रतिशत पूरा हो गया था। अब यमुना प्राधिकरण दूसरे चरण का काम शुरू करने के लिए तैयार है। एयरपोर्ट का विस्तार करने के लिए दूसरे चरण में, प्राधिकरण लगभग 1,365 हेक्टेयर जमीन तीन गांवों से ले लेगा। यहां रहने वालों को फलैदा बांगर और मॉडलपुर में बसाया जाएगा।

यमुना प्राधिकरण का कहना है कि एयरपोर्ट की पहली चरण लगभग 80 प्रतिशत पूरी हो चुकी है। रनवे भी पूरा हो गया है। 29 सितंबर से विमान सेवा शुरू होगी। ऐसे में, प्राधिकरण अब दूसरे चरण के तहत एयरपोर्ट का विस्तार करने की कोशिश कर रहा है। दूसरे चरण में एयरपोर्ट को 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करेगा। हुकूमसिंह, रान्हेरा और कुरैब नगरों की यह जमीन अधिग्रहीत होगी। प्राधिकरण ने यहां रहने वाले लगभग साढ़े 12 हजार परिवारों को मॉडलपुर और फ्लैंदा बांगर में बसाने की योजना बनाई है। इन ग्रामीणों को प्राधिकरण फ्लैट बनाकर उपलब्ध कराएगा।

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एविएशन हब और लॉजिस्टिक पार्क बनेगा

दूसरे चरण में एक लॉजिस्टिक पार्क और एविएशन हब बनाया जाना है। विमानों के भागों से संबंधित एक मैन्युफेक्चरिंग यूनिट यहां लगाई जाएगी। इसके अलावा, विभिन्न प्रकार की अन्य औद्योगिक इकाइयाँ भी होंगी। साथ ही, कुछ अतिरिक्त रनवे भी बनाए जाएंगे, जिससे विमानों की संख्या अधिक होगी। बताया गया है कि सितंबर में शुरू होने वाले रनवे पर 50 से 60 विमान ही प्रतिदिन उड़ान भर सकेंगे। यहां दूसरा चरण पूरा होने पर सौ से अधिक विमान उड़ान भर सकेंगे।

कब-क्या हुआ

जुलाई 2017: नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने साइट क्लीयरेंस दिया।
अक्तूबर 2017: गृह मंत्रालय से एनओसी प्राप्त हुई।
नवंबर 2017: आप्रवासन सेवाओं की स्वीकृति प्राप्त हुई।
जनवरी 2018: रक्षा मंत्रालय से एनओसी मिली।
दिसंबर 2019: ज्युरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के साथ समझौता हुआ।
एक अक्टूबर 2021: वर्क आर्डर जारी किया गया।
29 सितंबर 2024: उड़ान भरने के लिए प्रस्तावित तिथि है।

पहले चरण में रनवे सहित अन्य कार्य हुए

एयरपोर्ट के पहले चरण का क्षेत्रफल 1334 हेक्टेयर है।
यहां से हर साल लगभग 12 लाख यात्री उड़ भर सकेंगे।
हर साल 96,400 फ्लाइट्स का आवागमन हो सकेगा।
यहां से हर साल 2,49,600 टन कार्गो आ-जा सकेगा।
पहले चरण में बन रही टर्मिनल बिल्डिंग का क्षेत्रफल 1,01,590 वर्ग मीटर होगा।
पहला रनवे 3,900 मीटर लंबा होगा।

चुनावों के बाद, यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा कि दूसरे चरण की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। एयरपोर्ट का निर्माण चार चरणों में किया जाएगा।

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