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NCR वालों की बल्ले बल्ले, 6.33 लाख लोगों के लिए यहां बनेंगे 1.5 लाख नए मकान

दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र यानी न्यू नोएडा में मास्टर प्लान 2041 के तहत 1.5 लाख नए मकान बनेंगे। यह मकान 6.33 लाख निवासियों के लिए तैयार किए जाएंगे। इसमें आबादी के क्षेत्र के विकास की भी योजना है। योजना के तहत कई प्रकार के आवास होंगे।
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NCR वालों की बल्ले बल्ले, 6.33 लाख लोगों के लिए यहां बनेंगे 1.5 लाख नए मकान

The Chopal : दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र यानी न्यू नोएडा में मास्टर प्लान 2041 के तहत 1.5 लाख नए मकान बनेंगे। यह मकान 6.33 लाख निवासियों के लिए तैयार किए जाएंगे। इसमें आबादी के क्षेत्र के विकास की भी योजना है। योजना के तहत कई प्रकार के आवास होंगे। मास्टर प्लान के मुताबिक, आबादी का क्षेत्र 1425.98 हेक्टेयर में होगा, जो कुल क्षेत्र का 6.82 प्रतिशत होगा। इसी तरह से योजनागत आवासीय क्षेत्र 1384.54 हेक्टेयर में होगा। यह कुल क्षेत्र का 6.62 प्रतिशत होगा। इस तरह से 2810.52 हेक्टेयर में विकास होगा। यह कुल क्षेत्र का 13.44 प्रतिशत होगा। औद्योगिक आवासीय क्षेत्र के 757.88 हेक्टेयर को जोड़ने पर यह 17.06 प्रतिशत होगा, यानी इतने क्षेत्र में आवासीय विकास होगा। इससे पहले 2011 की जनगणना के मुताबिक आबादी के क्षेत्र में 6308 घरों की पहले से ही कमी है।

78 प्रतिशत में होगा ग्रुप हाउसिंग

योजना के मुताबिक, आवासीय सेक्टर के लिए कुल क्षेत्र का 6.62 प्रतिशत यानी 1384 हेक्टेयर जमीन मिलेगी। इसमें से 42 प्रतिशत यानी 581 हेक्टेयर में योजनागत आवास का निर्माण होगा। इसमें से 78 प्रतिशत क्षेत्र में ग्रुप हाउसिंग परियोजना लाई जाएगी। इसके अंतर्गत हाईराइज इमारतें होंगी। वहीं, 22 प्रतिशत में प्लॉट काटकर घर बनाए जाएंगे।

40 वर्गमीटर से छोटे नहीं होंगे प्लॉट

योजना में निम्न आय वर्ग के लिए कम से कम 40 वर्गमीटर तक के प्लॉट होंगे। सस्ते मकान की श्रेणी में प्लॉट के साइज अलग-अलग प्रकार के होंगे। ग्रुप हाउसिंग परियोजना के लिए कम से कम 5000 वर्गमीटर तक के प्लॉट का आवंटन होगा। ग्रुप हाउसिंग परियोजना के लिए कोऑपरेटिव सोसाइटियों के अलावा शहरी विकास प्राधिकरण और हाउसिंग बोर्ड को भी तरजीह दी जाएगी। ग्रुप हाउसिंग परियोजनाओं में पार्किंग, पार्क, दुकानें और अन्य संसाधन विकसित किए जाएंगे।

औद्योगिक परिसर में होंगे आवास

आर्थिक विकास और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए वर्क-प्लेस-नेबरहुड मॉडल को अपनाते हुए औद्योगिक प्लॉट के सीमित क्षेत्र में आवास निर्माण की अनुमति होगी। यही वजह है कि औद्योगिक सेक्टर को इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसी कड़ी में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल एरिया टाउनशिप स्कीम और यूपी प्राइवेट इंडस्ट्रियल एरिया पार्क स्कीम लाई जाएगी, जिससे औद्योगिक सेक्टरों में आवासीय पॉकेट किया जा सकेगा।

ग्रेनो और यीडा क्षेत्र को भी होगा फायदा

न्यू नोएडा के विकास होने पर ग्रेनो और यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र का भी फायदा होगा। इसके बनने के बाद ग्रेनो के अलावा यीडा के प्रस्तावित टाउनशिप में भी भविष्य में लोग रहने आ सकेंगे। यही नहीं, रोड नेटवर्क बेहतर होने की स्थिति में गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद और भिवाड़ी क्षेत्र को भी खासा फायदा होगा। यहां के ग्रुप हाउसिंग में रहने वाले लोग न्यू नोएडा आ-जा सकेंगे। इसके आसपास के क्षेत्रों में जो फ्लैट वर्तमान समय में बिक नहीं पा रहे हैं। उसकी बिक्री भी हो सकेगी।

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