UP में 1500 किलोमीटर सड़कें होंगी चौड़ी, एक्सप्रेसवे जैसा बनाने के लिए योगी सरकार का बड़ा प्लान
Highway In UP - अब यूपी के स्टेट हाइवे की हालत बदलेगी। आवश्यकतानुसार सड़कों का पुनर्निमाण और चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। योगी सरकार ने NHAI की मदद से सुपर स्टेट हाइवे बनाने की योजना बनाई है।
The Chopal : अब राज्य सरकार ने स्टेट हाइवे को भी सुधारने का मन बना लिया है क्योंकि उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा एक् सप्रेसवे है। फिर भी, नई सड़कों को नेशनल हाइवे का दर्जा देने पर लगाई गई रोक को देखते हुए सरकार ने स्टेट हाइवे को सुपर स्टेट हाइवे में बदलने की योजना बनाई है। पहले चरण में, कुछ स्टेट हाइवे, जिनकी कुल लंबाई 1500 किलोमीटर है, को सुपर स्टेट हाइवे बनाया जाएगा। ये टोल रोड होंगे और टोल से मिलने वाली राशि को यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें बनाने में खर्च किया जाएगा।
अमलीजामा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की मदद से सुपर स्टेट हाइवे परियोजना को नामांकित किया जाएगा। सरकार और एनएचएआई के बीच जल्द ही एमयू होगा। सुपर स्टेट हाइवे को बीस साल तक एनएचएआई ही चलाएगा। इसके बाद ही राज्य सरकार इसे ले जाएगी। NHAI इन्हें हैम (हाईब्रिड एन्युटी) या EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, निर्माण) मॉडल से बनाएगा। राजस्थान सरकार जमीन प्रदान करने, सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त करने और यूटिलिटी शिफ्टिंग करने के लिए जिम्मेदार होगी।
सुपर स्टेट हाइवे खास होंगे
इस योजना के तहत स्टेट हाइवे का दर्जा पाने वाली सड़कों को सुधार दिया जाएगा। आवश्यकतानुसार इनकी चौड़ाई 4 से 6 लेन होगी। इनकी चौड़ाई बढ़ने के साथ चालकों को कई सुविधाएं मिलेगी। कुल मिलाकर, सुपर स् टेट हाइवे एक्सप्रेसवे की तरह बनाए जाएंगे।
लगेगा टोल कर
25 साल तक NHAI सुपर स्टेट हाइवे का संचालन करेगा। वह ही टोल संकलन करेगा। जरूरी सेवाओं और शुल्कों को काटने के बाद पीडीबीडी खाते में राशि बचेगी। राज्य की ग्रामीण सड़कों का निर्माण ही इस धन का उद्देश्य होगा। यूपी के पीडब् ल् यूडी मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि राज्य में सुपर स्टेट हाइवे बनाए जाएंगे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर। इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी सहमत हैं।
276042 किमी सड़क नेटवर्क
PWD का प्रदेश में 276042 किमी सड़क नेटवर्क है। इनमें 10901 किलोमीटर स्टेट हाइवे, 6749 किलोमीटर मुख्य जिला मार्ग (एमडीआर), 54244 किलोमीटर अन्य जिला मार्ग (ओडीआर) और 204148 किलोमीटर ग्रामीण मार्ग शामिल हैं।
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