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राजस्थान में 5 जिलों से होकर गुजरेगा 193 किमी का नया एक्सप्रेसवे, रोजगार और जमीनों की कीमतों में आएगा उछाल

Jaipur-Bhilwara Greenfield Expressway : भजनलाल सरकार ने अपने पहले बजट में राजस्थान में नौ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की परिकल्पना की है. राजस्थान सरकार ने प्रदेश की जनता के लिए नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की सौगात दी है। इस परियोजना के पूरा होने से यातायात सुगम होगा, सफर का समय कम होगा और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। 

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राजस्थान में 5 जिलों से होकर गुजरेगा 193 किमी का नया एक्सप्रेसवे, रोजगार और जमीनों की कीमतों में आएगा उछाल 

Rajasthan News: देशभर में वस्त्रनगरी के रूप में जाना जाने वाले भीलवाड़ा में कपड़े का बड़ा कारोबार होता है। यहाँ शूटिंग शर्ट बनाया जाता है। जयपुर, दुनिया भर में पिंकसिटी के रूप में जाना जाता है, भी कपड़े का व्यापक व्यापार है। जयपुर के सांगोनरी और बगरू प्रिंट देश भर में प्रसिद्ध हैं। यहाँ कॉटन कपड़े की एक विस्तृत श्रृंखला बनाई जाती है। बेडशीट्स का बहुत बड़ा बाजार है। इन दोनों शहरों को एक दूसरे से जोड़ने वाले दो प्रमुख रास्ते हैं। पहला है अजमेर नसीराबाद, विजयनगर, गुलाबपुरा और वाया श्रीनगर। यह करीब 247 किलोमीटर की दूरी पर है।

193 किलोमीटर की दूरी

राजस्थान राज्य सरकार ने नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने की एक बड़ी सौगात प्रदेश की जनता को दी है। सरकार के इस कदम से आम जनता का आवागमन आसान होने वाला है। जयपुर-भीलवाड़ा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे भी इसमें शामिल है। जो 193 किलोमीटर की दूरी पर है ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि पिंक सिटी जयपुर और टेक्सटाइल सिटी भीलवाड़ा में लगभग 60 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनता है तो सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि पिंकसिटी जयपुर और टेक्सटाइल सिटी भीलवाड़ा दोनों के बीच की करीब 60 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी. वहीं दोनों ही शहरों में कपड़ों का बड़ा कारोबार है. इस मामले कारोबार में ये ट्वीन सिटी भी बन सकती हैं.

जयपुर-भीलवाड़ा ग्रीन फील्ड

राजस्थान में राज्य सरकार द्वारा स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधा देने के लिए बजट सत्र के दौरान 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की बड़ी सौगात दी गई है। जोकि जिले में सड़क निर्माण को बढ़ावा देने में काफी मदद करेंगे। इसमें जयपुर-भीलवाड़ा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे भी शामिल है। जो 193 किलोमीटर की दूरी पर है ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि पिंक सिटी जयपुर और टेक्सटाइल सिटी भीलवाड़ा में लगभग 60 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। सरकार द्वारा निर्मित इस राजमार्ग से दोनों शहरों के व्यापार और व्यापार में तेजी आने की उम्मीद है।

देशभर में वस्त्रनगरी के रूप में जाना जाने वाले भीलवाड़ा में कपड़े का बहुत बड़ा कारोबार होता है। यहाँ शूटिंग शर्ट की वर्दी बनाई जाती है। इसके अलावा, कपड़े का बड़ा व्यापारिक राज्य जयपुर को दुनिया भर में पिंकसिटी के रूप में जाना जाता है। जयपुर और बगरू के सांगोनरी प्रिंट देश भर में प्रसिद्ध हैं। यहाँ कई प्रकार के कॉटन कपड़े बनाए जाते हैं। यहाँ पर बेडशीट्स का एक व्यापक बाजार है। इसके दौरान दो महत्वपूर्ण सड़कें दोनों शहरों को एक दूसरे से जोड़ती हैं। पहला रास्ता अजमेर नसीराबाद, विजयनगर, गुलाबपुरा और वाया श्रीनगर तक जाता है। यह मार्ग करीब 247 किलोमीटर का है।

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे से दो घंटे लगेंगे

जयपुर से इन दोनों शहरों को जोड़ने वाला दूसरा रास्ता टोंक, देवली, शाहपुरा और जहाजपुर होता है। इस मार्ग की दूरी भी लगभग 300 किलोमीटर है। जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेसवे केवल 193 किलोमीटर लंबा है, ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे ने बताया है। इस राजमार्ग का विचार निश्चित रूप से किसी तीसरे रास्ते से आया है। लेकिन Greenfield Expressway दोनों शहरों के बीच की दूरी को काफी कम कर देगा। जब आप चलते हैं तो यह दूरी लगभग 60 किलोमीटर कम हो जाएगी। यह एक्सप्रेसवे ब्यावर, मसूदा, बादनवाड़ा, विनय, नगोला, केकड़ी, टोडारायसिंह, गंगापुर सिटी होते हुए भरतपुर जाकर मिलेगा।

यह एसएच-12 से जयपुर रिंग रोड पर शुरू होकर भीलवाड़ा में भीलवाड़ा बायपास तक 193 किलोमीटर है। बीच में चित्तोरा, बिछी, फागी, रनोली, झिराना, केकड़ी और शाहपुरा जिलों को जोड़ते हुए निकलेगा। अभी रोड से 206 किलोमीटर और 3.6 से 4 घंटे लगता है। रेलवे बनने में दो घंटे लगेंगे। लागत 6894 करोड़ रुपये और 1777 हैक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जाएगी। 

भीलवाड़ा को दो बड़ी सौगातें दी गईं

बजट में भीलवाड़ा को नगर परिषद से नगर निगम बनाया गया है। बजट में भी बहुप्रतीक्षित टेक्सटाइल पार्क भीलवाड़ा में बनाने की घोषणा की गई है। इन परियोजनाओं से शहर तेजी से विकसित होगा और युवा लोगों को नए रोजगार मिलेंगे। इसके अलावा, राजधानी के करीब आने पर नए शहर और कस्बे एक दूसरे से आसानी से जुड़ जाएंगे, जो नवीनीकरण की ओर ले जाएगा।