MP में बनेगा 203 किलोमीटर लंबा फोर लाइन हाईवे, 82 हेक्टेयर जमीन का हुआ अधिग्रहण
The Chopal, MP News : मध्य प्रदेश के लोगों को मिली बड़ी सौगात एक और सुरंग की मंजूरी हुई पास जिससे, मध्य प्रदेश के लोगों का होगा बड़ा फायदा यह सुरंग इंदौर खंडवा एदलाबाद फोरलेन हाईवे पर बनेगी जानकारी के अनुसार बता दें कि इस रूट पर पहले से ही दो सुरंग का काम लगभग 90% तक हो गया है थोड़ा बहुत फिनिशिंग बाकी है इस सुरंग के कारण हजारों पेड़ काटने से बचेंगे जिससे वातावरण शुद्ध रहेगा चलिए जानते हैं पूरी जानकारी
इंदौर-खंडवा-एदलाबाद फोरलेन पर तीसरी सुरंग बनाना शुरू कर दी गई है। यह खंडवा तरफ बाई ग्राम के पास बनेगी। निर्माता एजेंसी ने बताया सुरंग के मुहाने तक कटाव का काम पूरा हो गया है। अब ब्लास्टिंग शुरू करने जा रहे हैं। तीन से चार महीने में काम पूरा हो जाने की उम्मीद है।
बता दें कि इस रूट पर कुल तीन सुरंग प्रस्तावित की गई हैं। पहली दो सुरंग का काम लगभग 90 फीसदी हो गया है। केवल फिनिशिंग बाकी है। अब तीसरी का काम भी शुरू हो गया है। बाई ग्राम और चोरल के पहले बनने वाली तीसरी टनल के माध्यम से 500 पेड़ों को काटने से बचाया जाएगा।
पहले दो मंजूर थी, इसलिए जरूरत पड़ी तीसरी सुरंग की
एनएचएआई अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार 203 किमी लंबे राजमार्ग को तैयार करने के लिए इंदौर-बड़वाह वन मंडल की 82 हेक्टेयर वनभूमि अधिग्रहित की गई है। शुरुआत में प्रोजेक्ट के अंतर्गत दो सुरंग बनाई जानी थीं। इस दौरान 9 हजार 881 पेड़ों को काटा जाना था।
अक्टूबर 2023 में एजेंसी ने कुछ स्थानों पर वन विभाग की अनुमति बिना अलानटमेंट बदल दिया। मामले की जानकारी लगने के बाद वन विभाग ने एनएचएआई को दोबारा प्रोजेक्ट में संशोधन करने को कहा। इस दौरान कुछ हिस्से में विभाग ने काम रुकवा दिया।
नवंबर 2023 में संशोधित प्रस्ताव भेजा गया। इसमें तीन स्थानों पर अलाइनमेंट बदलने के साथ एक अतिरिक्त यानी तीसरी सुरंग बनाने पर जोर दिया गया। चार महीने बीतने के बाद मंत्रालय ने संशोधित प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है। इसके तहत पूरे प्रोजेक्ट के तहत 9 हजार 461 पेड़ों को काटा जाएगा। तीसरी सुरंग बनाई जाने से 520 पेड़ों को नहीं काटा जाएगा। पहले 9881 पेड़ कटना थे।
मार्च में मिल गई थी तीसरी सुरंग बनाने की अनुमति
तीसरी सुरंग को बनाने के लिए अनुमति विभाग को मार्च महीने में मिली थी। 18 मार्च को वन व पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से वन विभाग मुख्यालय को पत्र भेजा गया था, जिसमें 550 मीटर लंबी सुरंग को अनुमति देने का उल्लेख था।
अनुमति आने के बाद इस संबंध में एनएचएआई ने टनल बनाने वाली मेघा कंस्ट्रक्शन एजेंसी को निर्देश जारी कर दिए थे। जिसके बाद कंपनी ने टनल के कटाव का काम शुरू कर दिया था। जो अब तक पूरा हो गया है।
कंपनी अब टनल में ब्लास्टिंग का काम शुरू करेगी। बताया जा रहा है कि टनल बनाने का काम बरसात के पहले पूरा कर लिया जाएगा।
ऐसी बन रही है तीनों टनल
इंदौर खंडवा रोड पर बन रही तीसरी टनल इस प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी टनल बताई जा रही है। तीनों टनल इंदौर वन मंडल के वनक्षेत्र में आने वाले पहाड़ों को खोदकर बनाई जा रही है। पहली टनल सिमरोल के आगे तलाई नाके से शुरू होगी जो की 300 मीटर की है।
दूसरी टनल बाईग्राम के आगे शनि मंदीर के पीछे से बन रही है। इस टनल की लंबाई 480 मीटर है। वहीं तीसरी और आखिरी टनल दूसरी टनल खत्म होने के आधे किमी बाद बन रही है। इस टनल की लंबाई 550 मीटर है। कुल मिलाकर वाहनों को 1350 मीटर यानी सवा किमी से अधिक की दूरी टनल से गुजरकर करना होगी।