UP के इन 2 जिलों के बीच बनेगा 216 किलोमीटर का हाईवे, जल्द होगा जमीन अधिग्रहण कार्य
UP News : उत्तर प्रदेश के दो जिलों के बीच यातायात कनेक्टिविटी पहले से और ज्यादा सुगम होने वाली है। यूपी यातायात कनेक्टिविटी के मामले में देश में अग्रिम राज्य बना हुआ है। यहां पर रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के कई प्रोजेक्ट ओं का काम पूरा हो चुका है और कई प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है। यूपी की दो जिलों के बीच अब 216 किलोमीटर लंबी सड़क बनाकर लोगों का आवागमन आसान किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में बाईपास, पुल, रेल ओवरब्रिज बनाने का प्लान भी है।
Uttar Pradesh News : यूपी की दो जिलों के बीच अब 216 किलोमीटर लंबी सड़क बनाकर यातायात कनेक्टिविटी पहले से और ज्यादा सुगम होने वाली है। बरेली-बदायूं राजमार्ग (एनएच-530बी) का चौथा चरण, बरेली से बदायूं के बीच 38.5 किलोमीटर का हिस्सा पुनर्निर्माण करेगा। बाइपास, पुल और रेल ओवरब्रिज बनाए जाएंगे।
सड़क चार चरणों में बनाई जाएगी
इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) 1527 करोड़ रुपये खर्च करेगा। इसमें जमीन अधिग्रहण और सुविधाओं की शिफ्टिंग पर 690 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जबकि सड़कों, पुलों, बाइपासों और रेल ओवरब्रिजों के निर्माण पर 837 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। निर्माण ढाई वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है। नाथ नगरी का कान्हा नगरी से संपर्क इसके बाद बेहतर होगा। बरेली से मथुरा तक 216 किलोमीटर लंबी सड़क चार चरणों में बनाई जाएगी। योजना का पहला चरण मथुरा से हाथरस और दूसरा चरण हाथरस से कासगंज के बीच शुरू हो गया है। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की एनओसी मिलने की वजह से तीसरे चरण में काम अटक गया है।
चौथे चरण में बदायूं से बरेली तक एक राजमार्ग बनाया जाएगा। यह भाग फोरलेन है, लेकिन हाईवे के मानकों को पूरा नहीं करता। यही कारण है कि एनएचएआई ने लोक निमार्ण विभाग की इस सड़क को अपनाया है। NHAI मुख्यालय में एक महीने पहले हुई बैठक में सैद्धांतिक सहमति हुई, लेकिन इसे मंजूरी नहीं मिल सकी। इसके लिए अब बृहस्पतिवार को धन की मंजूरी दी गई है।
भूमि अधिग्रहण छह महीने में पूरा करेंगे अधिकारी
बरेली से बदायूं के बीच बाइपास बनाने के लिए जगह चिह्नित की गई है। मुआवजा निर्धारित हो चुका है। मुआवजे का भुगतान अब होना चाहिए। NHAI और भूमि अध्याप्ति अधिकारी निर्धारित प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुआवजे देंगे। अधिग्रहण को अगले छह महीने में पूरा करने की योजना है।
यहाँ आरओबी और बाइपास बनेंगे
मलगांव:
बाइपास की लंबाई: 3 किलोमीटर।
रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण होगा।
बिनावर:
बाइपास की लंबाई: 2.5 किलोमीटर।
हिम्मतपुर:
बाइपास की लंबाई: 1.85 किलोमीटर।
देवचरा:
बाइपास की लंबाई: 5.70 किलोमीटर।
यह परियोजनाएँ यातायात को सुगम बनाने, ट्रैफिक जाम को कम करने और रेलवे क्रॉसिंग पर होने वाली असुविधाओं को दूर करने के उद्देश्य से बनाई जा रही हैं। NHAI के परियोजना प्रबंधक उत्कर्ष शुक्ला ने बताया कि बदायूं से बरेली के रिंग रोड तक 38.5 किलोमीटर नया हाईवे बनाया जाएगा। जमीन अधिग्रहण के बाद कार्यदायी संस्था का चुनाव करके निर्माण शुरू होगा। वाहन बरेली से मथुरा तक ढाई वर्ष में चल सकेंगे।