UP के इस रिंग रोड के लिए 4500 किसानों की 221 हेक्टेयर जमीन होगी अधिग्रहण
UP : इनर रिंग रोड के निर्माण की तैयारी तेजी से शुरू हो गई है। एक हफ्ते में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की एक बैठक दिल्ली में होगी, जिसमें बजट का मसला अहम होगा। क्योंकि इस परियोजना के निर्माण का संशोधित बजट 3 हजार करोड़ से बढ़कर 7 हजार करोड़ हो गया है। बैठक बाद टेंडर प्रक्रिया को इसी माह के अंत तक पूरा कर लिया जायेगा।
इनर रिंग रोड के निर्माण को लेकर मौजूदा समय में भूमि अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। 4500 किसानों की 221 हेक्टेयर यानी 884 बीघा जमीन का अधिग्रहण होगी। किसानों को मुआवजा देने का काम तेजी से चल रहा है। अब तक 150 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा करछना व फूलपुर के किसानों को दिया जा चुका है। अगस्त माह के अंत तक कार्यदायी संस्था जिम्मेदारी संभाल लेगी।
इनर रिंग रोड में प्रयागराज की तीन तहसील बारा, करछना और फूलपुर में 45 गांवों के किसानों से भूमि का अधिग्रहण होगा। इसमें 29.8 किमी का हिस्सा दांदूपुर (रीवा रोड) से शुरू होगा और 194 हेक्टेयर भूमि के क्षेत्र को कवर करते हुए सहसों (एनएच-19) स्थित टोल प्लाजा से जुड़ जाएगा।
अरैल से अंदावा तक छह लेन का पुल
रिंग रोड निर्माण के लिए गंगा पर अरैल (नैनी) से शुरू होकर अधवा (झूंसी) पर उतरने वाला 3.2 किमी लंबा छह लेन का पुल भी बनाया जाएगा। सरकार भूमि अधिग्रहण के लिए लगभग 500 करोड़ रुपये का मुआवजा देगी।
एमपी जाने वाले वाहनों को होगी सुविधा
प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद कानपुर होते हुए एमपी जाने वाले वाहनों को प्रयागराज में इंट्री नहीं करनी पड़ेगी। उधर मध्य प्रदेश से कानपुर होते हुए वाराणसी जाने वालों लोगों को भी सुविधा होगी।
इनर रिंग रोड निर्माण की तैयारियां जोरों पर है। समय सीमित रह गया है, जिसके लिए पहले फेज के काम की टेंडर प्रक्रिया इस महीने पूरी हो जाएगी। अगले महीने के अंत में कार्यदायी संस्था काम शुरू कर देगी।
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