राजस्थान में डबल पटरी बनेगी 278 किमी. की रेल लाइन, इन इलाकों को बल्ले-बल्ले
Rajasthan News : राजस्थान में आने वाले दिनों में सड़क और रेलवे अवसंरचना को सुदृढ़ करने की दिशा में कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं। इन परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल राज्य की कनेक्टिविटी में सुधार करना है, बल्कि जनता को किफायती, आरामदायक और तेज़ सफर का अनुभव प्रदान करना भी है। इसी क्रम में राजस्थान को रेलवे से जुडी एक बड़ी सौगात मिली है.
Indian railway : केंद्र सरकार इन दिनों राजस्थान पर काफी मेहरबान है. इन दिनों दुगुनी रफ़्तार से राजस्थान में विभिन्न परियोजनाओं की घोषणा की जा रही है. इसी क्रम में राजस्थान को रेलवे से जुडी एक बड़ी सौगात मिली है. पहले चरण में मारवाड़ कोरी से भीलड़ी के बीच इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए वर्कऑर्डर जारी हो चुके हैं, जो चार भागों में होगा और लगभग 18 महीने में पूरा होना चाहिए।
राजस्थान में आने वाले दिनों में सड़क तंत्र से लेकर रेलवे कनेक्टिविटी भी और ज्यादा मजबूत होने वाली है। राजस्थान की जनता को कम किराए में आरामदायक सफर का मजा मिलने वाला है। भविष्य में समदड़ी-भीलड़ी के बीच रेल यात्रा को आसान बनाने के लिए गुड्स ट्रनों के लिए एक नया कोरिडोर बनाया जाएगा। रेल लाइन दोहरीकरण प्रोजेक्ट (लूनी-समदड़ी से भीलड़ी के बीच 278 किलोमीटर) को केबिनेट की मंजूरी के बाद शुरू किया जाएगा।
मामले में खास बात यह है कि पहले चरण में मारवाड़ कोरी से भीलड़ी के बीच इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए वर्कऑर्डर जारी हो चुके हैं, जो चार चरणों में होगा और लगभग 18 महीने में पूरा होना चाहिए। पहले चरण में शुरू हो रहे इस प्रोजेक्ट के लिए वर्किंग एजेंसी ने भी कैंप लगाया है। जालोर-बाड़मेर जिले के लिए इसका बहुत महत्व है। इसके कार्यान्वयन के लिए एक अलग कॉमर्शियल कोरिडोर बनाया जाएगा। जिससे कंटेनर आसान हो जाएगा। यह एक सरल ट्रेक होगा जो माल को कांडला पोर्ट तक ले जाएगा और वहां से विभिन्न मंडियों तक ले जाएगा। जालोर के ग्रेनाइट उद्योग को भी इससे बहुत लाभ मिलेगा।
फरवरी में कैबिनेट ने निर्णय लिया
8 फरवरी 2024 को राजस्थान में तीन महत्वपूर्ण रेलवे लाइनों के दोहरीकरण को कैबिनेट ने मंजूरी दी। इसमें लूनी-समदड़ी-भीलड़ी मार्ग भी था। इसी परियोजना में जयपुर-सवाई माधोपुर और अजमेर-चंदेरिया भी मंजूर किए गए।
90 किमी काम 252 करोड़
करीब 91 किमी क्षेत्र में विकास कार्यों पर 252 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस काम के लिए अगस्त में टेंडर जारी किए गए हैं। 145 ब्रिजों को इस क्षेत्र में चौड़ा करने या नवीनीकरण करने का काम इस परियोजना में किया जाएगा। इसी तरह, स्टेशन के दूसरे छोर पर दस नए प्लेटफार्म, छह स्टेशन की नई इमारतों और सात फुट ओवरब्रिज बनाए जाएंगे।
एक परियोजना का विश्लेषण
लूनी-समदड़ी-भीलड़ी का रूट 278 किलोमीटर है, जिसकी लागत 3530.92 करोड़ रुपए है. प्रोजेक्ट चार भागों में होगा: मारवाड़ कोरी से भीलड़ी के बीच 90.4 किलोमीटर, बिशनगढ़ से लूनी 96 किलोमीटर, बिशनगढ़ से मोदरा 48 किलोमीटर, और मोदरा से मारवाड़ कोरी 41 किलोमीटर।
यह परियोजना का लक्ष्य है
लूनी-समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्ग को दोहरीकरण करने से अधिक माल लदान के परिवहन में सुधार होगा और भविष्य में इस मार्ग पर दो स्टैक केंटेनर ट्रेन चलाना भी संभव होगा। जोधपुर और बाड़मेर से जालोर होते हुए अहमदाबाद की ओर जाने वाले रास्ते में अधिक यात्री और मालगाड़ी चल सकेगी। भविष्य को प्रभावित करने वाले इस बहुआयामी परियोजना का दोहरीकरण किया जाना चाहिए। यह काम अलग-अलग चरणों में होना चाहिए। जो कार्यादेशों के तहत है।