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राजस्थान में साल 2028 तक बनकर तैयार होगा 345 किमी. लंबा एक्सप्रेसवे, जमीनें बनेगी सोना

राजस्थान में जयपुर से फलौदी तक नया थार एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। 345 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट पर 11,112 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसका सबसे बड़ा हिस्सा नागौर और डीडवाना से होकर गुजरेगा। किसानों को इसका फायदा मिलेगा और सफर का समय भी कम हो जाएगा।
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राजस्थान में साल 2028 तक बनकर तैयार होगा 345 किमी. लंबा एक्सप्रेसवे, जमीनें बनेगी सोना

TheChopal, Rajasthan: राजस्थान में आने वाले दो सालों में 9 नए एक्सप्रेसवे बनाए जाने की तैयारी है। इसकी योजना और नक्शा तैयार कर लिया गया है। इन्हीं में से एक अहम प्रोजेक्ट है  जयपुर से फलौदी तक थार एक्सप्रेसवे। यह रास्ता जयपुर, कालवाड़, जोबनेर, नावां, कुचामन, डीडवाना और नागौर होते हुए गुजरेगा। हाल ही में सरकार ने राजस्थान को कई बड़ी योजनाओं की सौगात दी है, जिनमें इस एक्सप्रेसवे का काम भी शामिल है।

नागौर और डीडवाना से गुजरेगा सबसे ज्यादा हिस्सा

जयपुर-फलौदी थार एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 345 किलोमीटर होगी। इस पर करीब 11,112 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए लगभग 2,994 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी। इस एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा हिस्सा नागौर और डीडवाना से होकर गुजरेगा। करीब 66% यानी 230 किलोमीटर का रास्ता इन जिलों में बनेगा। सिर्फ नागौर में जमीन अधिग्रहण और निर्माण पर करीब 7,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

ढाई घंटे में पहुंचेगे जयपुर से नागौर

इस एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगी। इससे नागौर से जयपुर की दूरी महज ढाई घंटे में तय की जा सकेगी। यह एक्सप्रेसवे शहरों से दूर बनाया जाएगा ताकि रास्ता सीधा रहे और घुमाव कम हों। साथ ही, एक्सप्रेसवे पर चढ़ने और उतरने के लिए अलग से रास्ते बनाए जाएंगे।

मार्च 2028 तक पूरा होगा थार एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट

सरकार का लक्ष्य है कि राजस्थान में बनने वाले सभी एक्सप्रेसवे मार्च 2028 तक तैयार हो जाएं। थार एक्सप्रेसवे जयपुर की उत्तरी रिंग रोड से शुरू होगा और फलौदी में नेशनल हाईवे-11 से जाकर जुड़ेगा। फिलहाल जयपुर से फलौदी की दूरी 410 किलोमीटर है। लेकिन जब यह एक्सप्रेसवे बन जाएगा तो दूरी 65 किलोमीटर कम हो जाएगी। यानी कुल दूरी सिर्फ 345 किलोमीटर रह जाएगी। इससे यात्रा का समय भी काफी कम हो जाएगा। जहां अभी जयपुर से फलौदी पहुंचने में करीब 7 घंटे लगते हैं, वहीं एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह सफर सिर्फ 3 घंटे 30 मिनट में पूरा हो सकेगा।

स्थानीय लोगों को मिलेगा फायदा

इस एक्सप्रेस-वे के बनने से नागौर, डीडवाना और कुचामन जैसे इलाकों को बड़ा फायदा होगा। यहां पर उद्योग और कारोबार बढ़ने की उम्मीद है। खासतौर पर खनिज, जिप्सम, संगमरमर और सीमेंट प्लांट जैसे सेक्टर में निवेश बढ़ेगा। इसके अलावा लोग एक शहर से दूसरे शहर बहुत कम समय में आसानी से पहुंच सकेंगे। इससे राजधानी जयपुर और फलौदी की यात्रा पहले से ज्यादा आसान और सुविधाजनक हो जाएगी।

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