गाजीपुर में बनाएं जाएंगे 4 नए अंडरपास, रेलवे क्रॉसिंग पर बचेगा लोगों का समय
UP News : पूर्वोत्तर रेलवे ने वाराणसी मंडल के अंतर्गत यातायात और रेलवे सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। छह महीने पहले रेलवे विकास निगम लिमिटेड (RVNL) को इस संबंध में एक पत्र लिखा गया था।
Uttar Pradesh News : पूर्वोत्तर रेलवे ने यातायात को बेहतर बनाने और रेलवे फाटकों पर होने वाले जाम को कम करने के उद्देश्य से वाराणसी मंडल को छह महीने पहले एक महत्वपूर्ण पत्र लिखा था। इस पत्र में सिटी रेलवे स्टेशन और शहबाजकुली के बीच चार अंडरपास बनाने का प्रस्ताव शामिल है। शहबाजकुली के बीट और सिटी रेलवे स्टेशन पर चार अंडरपास बनाए जाएंगे। यह प्रस्ताव पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल को भेजा गया। इस क्रम में, पूर्वोत्तर रेलवे ने वाराणसी मंडल को छह महीने पहले पत्र लिखा था। इसमें सिटी रेलवे स्टेशन और शहबाजकुली के मध्य चार अंडरपास बनाने का प्रस्ताव भी शामिल है।
सर्वे काम करेगा
बाद में RVNL रेलवे क्रॉसिंग के गेट नंबर 28, 30, 01, 02 पर अंडरपास बनाने का कार्य शुरू करेगा। आरवीएनएल ने पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल को चारों रेलवे क्रॉसिंग का सर्वे करने का प्रस्ताव भेजा है, जिसे रेलवे प्रशासन स्तर से स्वीकार किया जा रहा है।
अंडरपास बनाने की लागत
प्रस्ताव को रेलवे प्रशासन स्तर से मंजूरी मिलने के बाद, प्रत्येक अंडरपास को बनाने पर जो खर्च आ सकता है, उसका मूल्यांकन किया जाएगा। शहबाजकुली स्टेशन और सिटी रेलवे स्टेशन के बीच अंडरपास बनाने से सड़क मार्ग से यात्रा करने वाले लोगों को कोई परेशानी नहीं होगी। रेलवे क्रॉसिंग इस निर्माण के बाद खुलने पर लोगों को ट्रेन आने के समय इंतजार करना पड़ेगा।
अंडरपास और आरओबी बनाना
रेलवे प्रशासन ने निर्णय लिया है कि 2025 तक वाराणसी-छपरा रेलखंड पर सभी रेलवे क्रासिंगों को बंद कर देंगे. इसके लिए, अंडरपास आरओबी निर्माण की योजना बनाई गई है। इसलिए चरणबद्ध रूप से अंडरपास और आरओबी निर्माण की प्रक्रिया पर विचार जारी है।
दिन में 80 ट्रेनें चलती हैं
दैनिक रूप से गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन-बलिया रेलखंड पर 80 ट्रेनें चलती हैं, एक्सप्रेस से लेकर पैसेंजर और मालगाड़ी। ट्रेनें जब भी रेलवे ट्रैक से गुजरती हैं इन ट्रेनों के गुजरने से प्रत्येक रेलवे क्रॉसिंग लगभग दो मिनट के लिए बंद रहता है, इसलिए सड़क यात्रियों को क्रॉसिंग खुलने तक वहीं रुकना पड़ता है।
एक्सप्रेस-वे करीब 350 किमी लंबा है
विकास की ओर, एक्सप्रेस-वे का निर्माण भी एक कदम आगे बढ़ा जा रहा है। मेरठ से प्रयागराज के बीच बनाया जा रहा गंगा एक्सप्रेस-वे का दूसरा चरण वाराणसी और गाजीपुर से बलिया तक होगा। गंगा एक्सप्रेस-वे, जो मेरठ से प्रयागराज के बीच बनाया जा रहा है, लगभग 350 किमी लंबा है। यह विशेषता है कि एक्सप्रेस-वे छह लेन में बनाया जाएगा। जिससे गाजिपुर से आवाजाही करने वाले लोगों को आराम मिलेगा।