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UP के इस शहर में 46 वर्ष पुरानी मांग हुई पूरी, बनेगी रिंग रोड, 610 गांव का होगा कायापलट

UP News: अलीगढ़वासियों को नए साल की शुरुआत में अच्छी खबर मिली है। एक ओर, सीएम योगी ने शहर की नवीनतम परियोजना को मंजूरी दी है। यूपी की इस 46 वर्ष पुरानी मांग को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री के स्तर से आदेश दिए गए हैं।

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UP के इस शहर में 46 वर्ष पुरानी मांग हुई पूरी, बनेगी रिंग रोड, 610 गांव का होगा कायापलट

UP, अलीगढ़ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुधवार को लखनऊ में शहर के सुनियोजित विकास की महायोजना-2031 प्रस्तुत की। अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने एक विस्तारपूर्ण भाषण दिया। रिंग रोड को जाम से बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने इस पर विचार किया। मुख्यमंत्री ने एडीए उपाध्यक्ष से कहा कि विकास प्राधिकरण जल्द ही इस पर काम शुरू करेगा।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुधवार को लखनऊ में शहर के सुनियोजित विकास की महायोजना-2031 प्रस्तुत की। अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने एक विस्तारपूर्ण भाषण दिया। रिंग रोड को जाम से बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने इस पर विचार किया।

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मुख्यमंत्री ने एडीए उपाध्यक्ष से कहा कि विकास प्राधिकरण जल्द ही इस पर काम शुरू करेगा। नवीनतम महायोजना के अनुसार विकास कार्य किए जाएंगे। शहर को सुनियोजित रूप से विकसित करने की महायोजना बनाई जाती है। महायोजना 2021 अभी शहर में लागू है। इसके अनुसार, नक्शे विकास प्राधिकरण द्वारा पारित किए जाते हैं। महायोजना अब तक दो दशक के लिए बनाई गई है।

10 साल के लिए तैयार की गई विकास परियोजना

लेकिन पहली बार राज्य के सभी विकास प्राधिकरण ने दस वर्ष की एक महायोजना बनाई है। इसलिए महायोजना 2031 नाम दिया गया है। संशोधित महायोजना 2031 को पिछले महीने 22 जनवरी को एडीए बोर्ड की बैठक में स्वीकृत कर दिया गया था, जिसके बाद यह शासन को भेजा गया था।

बुधवार को, अलीगढ़ सहित पांच शहरों की महायोजना मुख्यमंत्री को लखनऊ में प्रस्तुत की गई। रिंग रोड सहित सीएम ने शहर को विकसित करने के लिए कई सुझाव दिए। CM ने कहा कि स्थानीय कला और परंपरागत उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए शहर में कलस्टर बनाए जाएंगे। शहर में विद्युत बसों को प्राथमिकता दी जाए।  नई महायोजना में मेडिकल सिटी, स्पोर्ट्स सिटी, एजुकेशन सिटी आदि के लिए स्पष्ट क्षेत्र निर्धारित किए गए हैं

पहली बार विस्तृत महायोजना बनाई गई है

1980 से 2001 के बीच महायोजना पहली बार लागू हुई। 2001 में इसका नाम महायोजना रखा गया था। इसमें नगर पालिका, हरदुआगंज नगर पंचायत और शहर के आठ किमी दायरे वाले 203 गांव शामिल थे।2001 से 2021 के बीच दूसरा कार्यक्रम लागू हुआ। 10 जनवरी 2003 को यह स्वीकृत हो गया था। 2001 की महायोजना का क्षेत्र भी इसमें था, लेकिन मार्च 2008 में शासन स्तर से एडीए का क्षेत्र बढ़ा दिया गया। 407 नए गांव और पांच नगर पंचायतें जोड़ी गईं। अब तीसरी महायोजना, बढ़े हुए क्षेत्रफल के साथ पहली बार दस साल के लिए लागू हो रही है।

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इसमें जिले के 610 गांव और 11 नगरीय निकाय शामिल हैं। आवासीय और औद्योगिक कार्यों के अतिरिक्त भू-उपयोग भी बढ़ा गया है। महायोजना-2031 की प्रस्तावना के दौरान सीएम ने शहर में एक नया रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव दिया है। स्थानीय स्तर पर बैठक कर काम जल्द शुरू होगा। CM के अतिरिक्त सुझावों को शहर में भी लागू किया जाएगा।