देश के इन शहरों के बीच 2026 या उससे पहले बनकर तैयार हो जायेंगे 5 नए एक्सप्रेसवे, सफर होगा मजेदार
India Expressway : सड़क परिवहन मंत्रालय देशभर में पांच ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण करवा रहा है। इनमें से तीन का काम अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा और दो मार्च 2026 तक तैयार हो जाएंगे।
Green Field Expressway Be Ready : फेस्टिवल सीजन में दूसरे शहरों में रहने वाले कामकाजी लोगों को गांव-घर जानें में परेशानी होती है। ट्रेनों में इतनी मारामारी होती है कि परिवार के साथ सफर कर पाना भी मुश्किल हो जाता है और तमाम शहरों के लिए एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी न होने से सड़क से जाने में समय बहुत लग सकता है। लेकिन अगली बार फेस्टिवल में कई शहरों में सड़क से जाना फायदे का सौदा होगा। तीन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे होली के आसपास तैयार हो जाएंगे, इनका निर्माण अंतिम चरण में है।
सड़क परिवहन मंत्रालय देशभर में पांच ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण करवा रहा है। इनमें से तीन का काम अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा और दो मार्च 2026 तक तैयार हो जाएंगे। मंत्रालय ने पांचों के एक्सप्रेसवे के काम पूरा होने की डेडलाइन तय कर दी है। हालांकि जैसे-जैसे एक्सप्रेसवे का हिस्सा तैयार होता जा रहा है, उसे वाहन चालकों के लिए खोला जा रहा है।
ये हैं पांच एक्सप्रेसवे
दिल्ली -मुंबई (1386 किमी।), अहमदाबाद -धोलेरा ( 109 किमी.), बेंगलुरू-चेन्नई (262 किमी.), लखनऊ कानपुर (63 किमी.) और दिल्ली -अमृतसर- कटरा ( 669 किमी.) हैं। इनमें से तीन एक्सप्रेसवे दिल्ली -मुंबई, अहमदाबाद -धोलेरा, बेंगलुरू चेन्नई मार्च 2024 से पहले तैयार हो जाएंगे, जबकि लखनऊ कानपुर और दिल्ली -अमृतसर- कटरा 2026 के शुरू में तैयार होंगे। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 2489 किमी. हे।
दिल्ली मुंबई ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे
नेशनल अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अनुसार 1,386 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का करीब 90 फीसदी काम हो चुका है, यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है। बचा हुआ काम भी तय समय में पूरा कर लिया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे में दिल्ली से वड़ोदरा तक (845 किमी.) का काम करीब करीब पूरा हो चुका है।मार्च 2024 तक तैयार हो जाएगा।
अहमदाबाद -धोलेरा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे
109 किमी। लंबा अहमदाबाद धोलेरा एक्सप्रेसवे सरदार पटेल रिंग रोड से सरखेज के पास, साबरमती, खंभात से धोलेरा, अधेलाई, भावनगर तक जाएगा। लागत 3,500 करोड़ रुपये अनुमानित है। मार्च 2024 तक तैयार हो जाएगा।
बेंगलुरू-चेन्नई ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे
262 किमी. एक्सप्रेसवे होसकोटे, कर्नाटक से शुरू होकर श्रीपेरंबदूर, तमिलनाडु तक जाएगा। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों को जोड़ने वाला बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे, राज्यों के भीतर यात्रा के समय को कम करेगा।
कानपुर लखनऊ और दिल्ली कटरा
ये दोनों एक्सप्रेसवे का काम तेजी से चल रहा है। दोनों पूरी तरह से मार्च 2025 में तैयार होंगे। लेकिन जैसे जैसे हिस्स तैयार होता जा रहा है, जनता के लिए खोला जा रहा है। दिल्ली अमृतसर एक्सप्रेसवे का पंजाब तक का हिस्सा बनकर तैयार है और इसे जल्द ही खोल दिया जाएगा।