UP में महाकुंभ से पहले बनेगा 594 किमी लंबा एक्सप्रेसवे, सुपरफास्ट होगी यात्रा
Uttar Pradesh News :देश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर चल रहे सरकार के लगातार प्रयासो ने काफी सुधार लाने का काम किया है। केंद्र सरकार द्वारा पिछले कई सालों से देशभर में एक साथ काफी सड़क परियोजनाएं चलाई जा रही है। साल 2030 तक लोग रोड के माध्यम से देश के कोने-कोने तक पहुंच सकेगी। इन्ही में शामिल गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण में तेजी लाने के लिए यूपी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
UP Ganga Expressway : आने वाले साल 2025 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले का आयोजन किया जाएगा। योगी सरकार ने महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए निर्माण हो रही गंगा एक्सप्रेसवे को मेले से पहले तैयार करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश में मेरठ से लेकर प्रयागराज तक निर्माण हो रहे 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे के लिए 5664 करोड रुपए स्वीकृत राशि मंजूर कर दी गई है। यह राशि एक्सप्रेस वे के वायबिलिटी गैप फंडिंग की प्रतिपूर्ति के लिए दी गई है।
उल्लेखनीय है की गंगा एक्सप्रेसवे वे के लिए भारत सरकार से विजीएफ के मद में कोई राशि प्राप्त नहीं हो रही है। ऐसे में सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय द्वारा तैयार मॉडल बिड डॉक्यूमेंट तथा कंसेशन एग्रीमेंट के अंतर्गत पीपीपी मोड पर डीबीएफओटी के आधार पर पहल की गई है।
इस परियोजना के अंतर्गत 7742 करोड रुपए का शत प्रतिशत भुगतान राज्य सरकार द्वारा बहन किया जाना है। चालू वित्तीय वर्ष में इस राशि के सापेक्ष 6465 करोड रुपए की जरूरत बताई गई है। इसके बाद 5665 करोड रुपए की राशि फिलहाल मंजूर कर दी गई है। बता दे 26 नवंबर 2020 गूगल गंगा एक्सप्रेसवे को बनाने का निर्णय लिया गया था। उसे समय परियोजना पर करीबन 36,410 करोड रुपए का अनुमान लगाया गया था।