UP के इस जिले के 75 गांवों की जमीन से निकलेगा 6 लेन का एक्सप्रेसवे, बदल जाएगी लोगों की तकदीर
UP News : उत्तर प्रदेश में तेजी से सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। प्रदेश के स्थानीय लोगों की आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ राज्य की आर्थिक उन्नति में भी सड़कों का अहम योगदान होता है। उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के लोगों को चकाचक सड़कों से आवागमन में सहूलियत मिल सके। इसी कड़ी में एक और एक्सप्रेस वे उत्तर प्रदेश के इस जिले के 75 गांवो की तस्वीर बदलने वाला है।
Uttar Pradesh News : यूपी में तेजी से सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। एक्सप्रेस वे बनने से न सिर्फ स्थानीय आर्थिक वृद्धि होगी, बल्कि लोगों की आवाजाही भी सुविधाजनक होगी। गंगा राजमार्ग (Ganga Expressway) उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 75 गांवों की तकदीर बदल जाएगी। साथ ही इन गांवों का सफर बहुत ज्यादा बेहतर होगा। इसके लिए गंगा एक्सप्रेसवे तेजी से बनाया जा रहा है। 6 लेन एक्सप्रेसवे, जो 350 किलोमीटर लंबा होगा, लोगों के लिए काफी फायदेमंद होगा।
उत्तर प्रदेश में गंगा राजमार्ग बहुत तेजी से बन रहा है। परियोजना को फरवरी 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। गंगा एक्सप्रेस-वे का दूसरा चरण मेरठ से प्रयागराज के बीच बनाया जा रहा है। इसका विस्तार वाराणसी और गाजीपुर से बलिया तक होगा। यह छह लेन का करीब 350 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे बनेगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने दूसरे चरण की जांच पूरी की है। इसके तहत बनारस की पिंडरा और सदर तहसीलों के 75 गांवों का नामांकन भी किया गया है।
इस स्थान से एक्सप्रेस-वे गुजरेगा
प्रयागराज से शुरू होकर गंगा एक्सप्रेस-वे मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, गाजीपुर से भदोही तक जाएगा। 2021 में प्रयागराज से मिर्जापुर के माध्यम से वाराणसी रिंग रोड तक इसका प्रस्ताव था। 10 किमी की दूरी पर एक्सप्रेस-वे गंगा के बाएं गुजरेगा। अब गंगा पर कोई पुल नहीं बनेगा और एक्सप्रेस वे वरुणा, गोमती और अन्य नदियों के ऊपर से बलिया तक चलेगा।
वाराणसी के 75 गांव सीधे जुड़ेंगे
एक्सप्रेस-वे सदर तहसील के 53 और पिंडरा तहसील के 22 गांवों से गुजरेगा। यह यानी बनारस के माध्यम से 75 गांवों से गुजरेगा। एक्सप्रेस वे बनने से न सिर्फ स्थानीय आर्थिक वृद्धि होगी, बल्कि लोगों की आवाजाही भी सुविधाजनक होगी।