UP से निकलेगा 6 लेन का एक्सप्रेसवे, 14 घंटे का सफर 7 में कर लेंगे पूरा
Varanasi To Bangal Expressway : इस परियोजना में भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है और काम तेजी से चल रहा है। इस एक्सप्रेस वे के कई लाभ होने वाले हैं। जहां एक तरफ व्यापारिक लाभ होगा वहीं पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इस एक्सप्रेस वे का निर्माण भारतमाला परियोजना के तहत किया जा रहा है।

Varanasi To Bangal Six Lane Expressway : इस एक्सप्रेसवे का निर्माण होने के बाद दोनों शहरों के बीच यात्रा समय घटकर आधा रह जाएगा। अभी इस दूरी को तय करने में 14 घंटे लगते हैं, लेकिन नए एक्सप्रेसवे से महज 7 घंटे में यात्रा पूरी होगी। 610 किलोमीटर के इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 28,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 8 लेन के इस एक्सप्रेसवे का ज्यादातर हिस्सा 242 किलोमीटर पश्चिम बंगाल में बनेगा। इसके तैयार होने से यूपी, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को फायदा होगा।
एक्सप्रेसवे का दूसरा बड़ा हिस्सा झारखंड में 187 किलोमीटर, बिहार में 159 किलोमीटर और सबसे कम उत्तर प्रदेश में यह 22 किलोमीटर लंबा होगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) 6 लेन वाले वाराणसी कोलकाता एक्सप्रेसवे के निर्माण हेतु बोलियां आमंत्रित कर रहा है। दोनोरेशन गांव से शुरू होकर बोंगबार गांव में NH-20 जंक्शन तक के खंड हेतु बोलियां आमंत्रित की गई हैं। एक्सप्रेसवे के इस खंड की लंबाई लगभग 36।9 किमी है।
वाराणसी से कोलकाता जाने में लगेगा आधा समय
मौजूदा रूट के अनुसार, वाराणसी से कोलकाता की दूरी लगभग 690 किमी है। दोनों के बीच यात्रा करने में फिलहाल 12 से 14 घंटे लगते हैं। वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे बनने से यह सफर आधे समय में पूरा होगा और कार से 7 घंटों में वाराणसी से कोलकाता पहुंचा जा सकेगा। बीच में पड़ने वाले शहरों में भी जल्दी पहुंचा जा सकेगा।
18 जिलों से होकर गुजरेगी एक्सप्रेस-वे
यूपी के वाराणसी से शुरू होकर ये एक्सप्रेस वे चंदौली के बाद बिहार में प्रवेश करती है। जहां भभुआ, सासाराम, औरंगाबाद, गया होते हुए झारखंड में एंट्री हो सकती है। जहां चतरा, हजारीबाग, रामगढ़, रांची, बोकारो जिलो से होकर जाएगी। वहीं पश्चिम बंगाल में पुरुलिया , बांकुरा , बिष्णुपुर, पंसकुरा, हल्दिया, डायमंड हार्बर और कोलकाता तक पहुंची। यानी इस दौरान ये एक्सप्रेस वे 18 जिलों से होकर जाएगी।
कृषि और रोजगार को मिलेगा विस्तार
इस एक्सप्रेस वे के निर्माण हो जाने से यूपी, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के 18 जिलों का जहां विकास होगा। वहीं लोगों की रफ्तार भी तेज होगी। 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लोग कार ड्राइव कर सकेंगे। जबकि इसके बन जाने से कृषि, औद्योगिक विकास, अर्थव्यवस्था और विकास में विस्तार होगा। हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और लाखों लोगों को सीधे कनेक्टिविटी मिलेगी।