UP के इस जिले चलेंगी रोडवेज की 70 नई बसें, ग्रामीण रूटों पर बेहतर होगा सफर
UP News: उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम (UPSRTC) की इस पहल से ग्रामीण कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार आएगा। इन बसों के माध्यम से गोरखपुर परिक्षेत्र के दूरदराज गांवों को सीधे जिला मुख्यालयों से जोड़ा जाएगा। जिन रूटों पर सड़कें संकरी या सिंगल लेन हैं, वहां छोटी और हल्की बसों को तैनात किया जाएगा ताकि आवागमन में कोई दिक्कत न हो।

Uttar Pradesh News : गोरखपुर क्षेत्र के गांवों को खुशखबरी मिली है। परिवहन निगम ने 70 नई बसों को 51 ग्रामीण रूटों पर चलाने का फैसला किया है, जिससे गांवों को जिला मुख्यालयों से सीधा संपर्क मिलेगा। सिंगल लेन सड़कों पर आसानी से चलने के लिए छोटी बसों की मांग की गई है। इससे प्राइवेट वाहनों से छुटकारा मिलेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में जाना आसान होगा। गोरखपुर परिक्षेत्र के 51 ग्रामीण रूटों पर रोडवेज की 70 नई बसें चलाई जाएंगी, जिससे गांव के लोगों और किसानों को सुविधा मिलेगी। गोरखपुर क्षेत्र के गांव और कस्बे भी जिला मुख्यालयों से सीधे जुड़ जाएंगे। गांव के लोग आसानी से जा सकेंगे।
शहर और गांवों की सड़कें एक लेन
परिवहन निगम ने ग्रामीण रूट बनाने के लिए राज्य से छोटी साधारण बसों (अधिकतम 40 सीट) की मांग की है. ये बसें नौ मीटर लंबी होनी चाहिए। गोरखपुर क्षेत्र में जल्द ही छोटी बसें उपलब्ध होंगी। बसें मिलते ही गांवों तक चलने लगेंगी। परिवहन निगम का बेड़ा लगभग 850 बसों से भरा है। रोडवेज द्वारा सभी 51 सीट वाली बड़ी बसें उपलब्ध हैं। लेकिन शहर और गांवों की सड़कें एक लेन की हैं। इन सड़कों पर बड़ी बसें नहीं चल सकतीं। परिवहन निगम चाहते हुए भी गांवों और छोटे कस्बों तक बसें नहीं चल रही हैं।
बड़े शहर से छोटे शहर के बीच रोडवेज बसें ही चल सकती हैं। गांव के लोगों को भी शहर पहुंचने में कठिनाई हो रही है। प्राइवेट वाहन, जैसे जीप, टैक्सी आटो और बस, मनमाना किराया वसूलते हैं, क्योंकि इससे दुर्घटना की संभावना कम होती है। ऐसे में परिवहन निगम ने सिंगल लेन की सड़कों पर छोटी बसों की मांग की है, ताकि गांवों और कस्बों तक आसानी से पहुंच सकें।
51 रूटों का प्रस्ताव बनाया गया
गोरखपुर परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक लव कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीण बस सेवा में 51 रूटों का प्रस्ताव बनाया गया है। सरकार से प्रस्तावित मार्गों के लिए सत्तर छोटी नई बसों की मांग की गई है। साथ ही बसों के मार्ग भी निर्धारित किए गए हैं। लगभग 90 मृतक आश्रितों को बसों के निर्बाध संचालन के लिए परिक्षेत्र में अनुकंपा के आधार पर चालकों के पद पर तैनाती दी गई है। संविदा पर चालकों की भी भर्ती होती है। इसके लिए कई स्थानों पर कैंप लगाए जा रहे हैं। कैंप संविदा चालकों की भर्ती करता है।
प्रमुख रूटों पर चलेंगी छोटी बसें
गोरखपुर से सिकरीगंज, गोला, बड़हलगंज, पिपराइच, पडरौना, कसया, पडरौना, नौगढ़, बढ़नी, परतावल, कप्तानगंज, तमकुही और सोनौली के बीच चलेंगी छोटी बसें।