UP में बनेगा 700 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे, 2 जिलों की कम होगी 200km दूरी
UP News : उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश का नाम एक्सप्रेस वे के मामले में देश में सबसे पहले स्थान पर आता है। उत्तर प्रदेश को एक और एक्सप्रेसवे की सौगात मिलने वाली है। बता दे की 700 किलोमीटर लंबा प्रस्तावित 6 लाइन ग्रैंड फील्ड कॉरिडोर उत्तर प्रदेश की आवागमन कनेक्टिविटी की तस्वीर ही बदल देगा।

Uttar Pradesh News : यूपी पहले ही देश का सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन चुका है। उत्तर प्रदेश आज एक्सप्रेसवे राज्य के रूप में तेजी से उभर रहा है और योगी सरकार के कार्यकाल में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को एक नई दिशा और रफ्तार मिली है। इसी क्रम में अब 700 किलोमीटर लंबा प्रस्तावित 6-लेन “ग्रैंड फील्ड कॉरिडोर” (Grand Field Corridor) राज्य की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को एक बड़ा बूस्ट देने वाला है।
यूपी को जल्द ही एक और राजमार्ग मिलने वाला है। NHAI ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली तक एक 700 किलोमीटर लंबी राजमार्ग का निर्माण मंजूर किया है। अब यहां एक अतिरिक्त एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बनाई जा रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से सड़क पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली तक जाएगी। फिलहाल यह एक्सप्रेसवे प्रस्तावित है, लेकिन जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो सकता है. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद दोनों जिलों के बीच की दूरी 200 किलोमीटर कम हो जाएगी और 6 घंटे में यात्रा की जा सकेगी। शामली के अलावा लोग आसानी से देहरादून, मसूरी और ऋषिकेश भी जा सकेंगे।
22 जिलों और 37 तहसीलों से गुजरेगा
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे एक प्रस्तावित छह लेन ग्रीनफील्ड कॉरिडोर है। दूसरी लगभग 700 किलोमीटर है। 22 जिलों और 37 तहसीलों से गुजरने वाली यह राजमार्ग उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा राजमार्ग होगा। अभी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से गोरखपुर जाना पड़ता है। यह नया एक्सप्रेसवे पूरे सफर में लगभग छह घंटे की बचत करेगा और दूरी को लगभग 200 किमी तक कम करेगा।
इस एक्सप्रेसवे का मार्ग क्या होगा?
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे 700 किलोमीटर लंबा होगा और राज्य के पश्चिमी छोर को उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर से जोड़ेगा। यह छह लेन का राजमार्ग गोरखपुर के बाद संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच, लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, हरदोई, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली, संभल, बिजनौर, अमरोहा, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली के जिलों से गुजरेगा।
कहाँ तक काम पहुंचा?
फिलहाल गोरखपुर और शामली को जोड़ने वाली ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की योजना बनाई जा रही है। NHAI ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPIR) बनाने के लिए सलाहकार नियुक्त किया है। परियोजना रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के बाद एक्सप्रेसवे के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। इतना दृढ़ है कि इस एक्सप्रेसवे को बनाना अनिवार्य है। इसके निर्माण की संभावना लगभग 35,000 करोड़ रुपये होगी।
हरिद्वार से मसूरी जाना आसान होगा
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने पर पूर्वी उत्तर प्रदेश से पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक 6 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। हरिद्वार से शामली तक जाने में भी सिर्फ दो घंटे लगेंगे, इसलिए गोरखपुर से शामली तक 8 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। अगर आप देहरादून जाना चाहते हैं तो हरिद्वार से बस एक घंटे में पहुंच सकते हैं और वहां से भी एक घंटे में मसूरी पहुंच सकते हैं। हरिद्वार से 30 मिनट की ड्राइव करके आप ऋषिकेश, एक धार्मिक और पर्यटन नगरी, पहुंच सकते हैं।