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देश के सबसे पुराने 8 रेल्वे स्टेशन, जहां से आज भी गुजरती है सेंकड़ों गाड़ियां

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8 oldest railway stations of the country, where hundreds of trains pass through even today

The Chopal - New Delhi भारत में रेलवे स्टेशनों की मरम्मत तेजी से हो रही है। 25,000 करोड़ रुपये की लागत से देश में 600 से अधिक रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण किया जाएगा। कई स्टेशन औपनिवेशिक हैं। आज हम आपको देश के आठ सबसे बड़े स्टेशनों के बारे में बताएंगे जो अंग्रेजों के समय में बने थे।

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New Delhi Railway Station - यह स्टेशन 1926 में बनाया गया था और 1931 तक पूरा हो गया था। यह देश के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है, जिसमें 16 स्टेशन हैं। इसी स्टेशन से वायसराय दिल्ली पहुंचे थे।

Nandi halt: यह बैंगलुरु का एक स्टेशन है। इसे भी ब्रिटिश राज ने बनाया था। 108 वर्ष पुराना स्टेशन माना जाता है। 

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Lucknow Charbagh: इसका निर्माण 1914 में शुरू हुआ और 1923 में पूरा हो गया। आज भी यह स्टेशन अपने सुंदर डिजाइन के लिए प्रसिद्ध है। ब्रिटिश आर्किटेक्ट ने इसका निर्माण किया था। इसके निर्माण में सत्तर लाख रुपये खर्च हुए। 

Chhatrapati Shivaji Terminus: यह स्टेशन यूनेस्को की विश्व धरोहर है। यह 1887 में बनाया गया था। देश का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन यह है। 1997 में इसे आज का नाम दिया गया, पहले विक्टोरिया टर्मिनस था। 

Dehradun स्टेशन - यह 1897 में शुरू हुआ और 1899 में पूर्ण हुआ। इसका उद्घाटन 20वीं शताब्दी में हुआ था। यह उत्तराखण्ड में एक महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है। 

Pandit Deen Dayal Upadhyay स्टेशन  - इस स्टेशन का मूल नाम मुगलसराय था, लेकिन बाद में इसका वर्तमान नाम दिया गया। यह उत्तर भारत का सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है। यह उत्तर रेलवे का सबसे व्यस्त जंक्शन भी है। इसका निर्माण 1862 में हुआ था। दिल्ली से हावड़ा के बीच यह एक हॉल्ट था। 

Royapuram Station- चेन्नई में यह ब्रिटिश काल में बनाया गया था। 1956 में दक्षिण भारत में पहली ट्रेन यहां से चलाई गई। 

Howrah Railway Station - यह भारत का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन है। यह भी देश का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है। 23 प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं। इससे अधिक प्लेटफॉर्म या स्टेशन नहीं हैं। 1857 के विद्रोह से तीन साल पहले 1854 में यहां से पहली ट्रेन चली।