UP में 84 किलोमीटर की नई तीसरी रेलवे लाइन को मिली मंजूरी, 1319 गांवों हो जाएं ख़ुश
UP New Rail Line Project : उत्तर प्रदेश में प्रयागराज से लेकर मानिकपुर नई रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा। केंद्र सरकार इस परियोजना पर 1507 करोड़ रुपए खर्च कर 84 किलोमीटेर लंबी रेल लाइन का निर्माण करने जा रही है। इस रेल लाइन का प्रदेश के 1309 गावों के लाखों लोगों को फायदा मिलने वाला है। इसके लिए सरकार द्वारा मंजूरी मिल गई है।
Iradatganj To Manikpur Rail Line Project : उत्तर प्रदेश में नई रेल लाइन बिछाने की योजना पर तेजी के साथ काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में प्रयागराज (इरादतगंज) से मानिकपुर तक 84 किलोमीटर लंबी तीसरी रेल लाइन परियोजना को मंजूरी मिल गई है। यह परियोजना 7,927 करोड़ रुपये की कुल लागत वाली तीन मल्टीट्रैकिंग रेल परियोजनाओं का हिस्सा है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार, लॉजिस्टिक्स लागत में कमी और पर्यावरणीय लाभ सुनिश्चित करना है।
नई तीसरी लाइन से खंड पर यातायात का दबाव कम होगा और यात्रियों को तेज और सुविधाजनक यात्रा का लाभ मिलेगा। परियोजना के निर्माण से स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। इसके अलावा प्रयागराज, चित्रकूट और वाराणसी जैसे धार्मिक स्थलों के अलावा खजुराहो, देवगिरी किला और रीवा किला जैसे पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी।परियोजना से कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में 271 करोड़ किलोग्राम की कमी होगी, जो 11 करोड़ पेड़ों के बराबर है।
प्रयागराज और चित्रकूट के बीच तीसरी रेल लाइन से यात्रियों और माल ढुलाई के लिए अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन संभव होगा। यह परियोजना लगभग 1,319 गांवों और 38 लाख लोगों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी। इसके अलावा, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को धार्मिक स्थलों तक पहुंचने में अधिक सुविधा होगी। परियोजना को पूरा करने में चार साल का समय लगेगा और इस दौरान लगभग एक लाख मानव-दिनों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
यह परियोजना "पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान" के तहत भारत के रेल नेटवर्क को आधुनिक और कुशल बनाने की दिशा में एक और कदम है। प्रयागराज से मानिकपुर के बीच तीसरी रेल लाइन के माध्यम से क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा। यह परियोजना न केवल प्रयागराज के विकास को गति देगी, बल्कि उत्तर प्रदेश के समग्र आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।