8th Pay Commission : DA को लेकर 1.2 करोड़ कर्मचारियों के लिए जारी हुआ पूरा कैलकुलेशन
8th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बहुत बदल गया है। 8. कर्मचारियों के महंगाई भत्ते DA गणना का पूरा कैलकुलेशन बदल जाएगा। देश में 1.2 करोड़ पेंशनर्स और कर्मचारी इससे प्रभावित होंगे। महंगाई भत्ता कैलकुलेट करने के तरीके को बदलने से बढ़ोतरी पर भी असर पड़ेगा।

The Chopal, 8th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बदलाव को लेकर एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है। केंद्रीय कर्मचारियों के लिए अब तक का सबसे बड़ा महंगाई भत्ता अपडेट है।
केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते का फार्मूला बदल जाएगा। 1.2 केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों पर इसका असर होगा।
महंगाई भत्ता क्या है?
केंद्रीय सरकार कर्मचारियों को बढ़ती महंगाई के हिसाब से अलग भुगतान देती है। सरकार हर दस साल बाद कर्मचारियों के बेसिक वेतन को बदलता है।
हर छह महीने में महंगाई भत्ता को बदलकर कर्मचारियों को बेसिक सैलरी के प्रतिशत के आधार पर भुगतान किया जाता है, जैसे-जैसे महंगाई बढ़ती जाती है।
संशोधन वर्ष में दो बार होता है
महंगाई भत्ते में हर साल दो बार बदलाव होता है। केंद्रीय कर्मचारियों का कहना है कि यह एक वर्ष में चार बार बदलना चाहिए।
फिलहाल, जनवरी और जुलाई में महंगाई भत्ता बदलेगा। मार्च और अक्टूबर में होली और दिवाली से पहले इसकी घोषणा की जाती है। महंगाई भत्ता केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
महंगाई भत्ता ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स पर आधारित है
ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़े महंगाई भत्ते की कैलकुलेशन के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। श्रम ब्यूरो इसे जारी करता है। कर्मचारियों ने कहा कि उनके महंगाई भत्ते के आंकड़ों को कैलकुलेट करने के लिए अलग से महंगाई का आंकलन करना चाहिए। सरकार अब तक इस पर कोई जानकारी नहीं दी है।
आठवें वेतन आयोग में महत्वपूर्ण परिवर्तन
केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में आठवें वेतन आयोग DA गणना में महत्वपूर्ण बदलाव होगा। आठवें वेतन आयोग में केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता जीरो होगा।
8वां वेतन आयोग शुरू होने पर महंगाई भत्ता जीरो रहेगा, लेकिन छह महीने बाद यह बढ़ती महंगाई के हिसाब से बढ़ाया जाएगा।
कैलकुलेशन की प्रक्रिया बदल जाएगी
महंगाई के कारण गणना की कैलकुलेशन बदल सकती है, जैसा कि नवीनतम वेतन आयोग में बताया गया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार महंगाई को नियंत्रित करने के लिए मूल वर्ष को बदल सकता है। पूरा कैलकुलेशन इससे बदल जाएगा। फिलहाल, आठवीं भुगतान कमीशन DA गणना के लिए मूल वर्ष 2016 है।
महंगाई भत्ता निकालने के लिए ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़े और 2016 के मूल वर्ष के फार्मूले का उपयोग किया जाता है। हालाँकि, बढ़ी हुई महंगाई की वजह से 2016 से 2026 के बीच ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़ों का मूल वर्ष भी बदल सकता है। 1 जनवरी 2026 को बेस वर्ष घोषित किया जा सकता है।
महंगाई भत्ता शायद सैलरी में शामिल हो
महंगाई भत्ता केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में मर्ज किया जा सकता है। हालाँकि, कर्मचारियों को 55% महंगाई भत्ता मिल रहा है, और नया वेतन आयोग जनवरी 2026 से लागू होना चाहिए. इसके गठन की प्रक्रिया अभी भी जारी है, और इसे लागू करने में 15 से 18 महीने लग सकते हैं।
इससे जनवरी 2026 तक महंगाई भत्ता लगभग 60% पहुंच सकता है। ऐसे में महंगाई भत्ता को बेसिक सैलरी में जोड़कर अगला महंगाई भत्ता बढ़ाया जा सकता है, ताकि कर्मचारियों को उचित भुगतान मिल सके। कर्मचारियों के पास भी यह मांग है।