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रेलवे का साइड लोअर सीट का ऐसा जुगाड़ नहीं जानते 90 फीसदी लोग, बगल में ही होता है

Indian Rail : हमें ट्रेन से जुड़ी बहुत सी सुविधाओं के बारे में पता नहीं है। इसलिए हम बड़ी चुनौतीओं के बीच चलते हैं। ऐसे में आज हम आपको साइड लोअर सीट के "जुगाड़" के बारे में बता रहे हैं, जिससे एक वीडियो वायरल हो रहा है। ये जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी हो सकती है। लेकिन ये सुविधा सिर्फ कुछ कोचों को मिलती है।

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रेलवे का साइड लोअर सीट का ऐसा जुगाड़ नहीं जानते 90 फीसदी लोग, बगल में ही होता है

The Chopal : ज्यादातर लोग ट्रेन पर यात्रा करते समय कई तरह की चुनौतियों का सामना करते हैं। कंफर्म सीट वालों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं क्योंकि कुछ लोग बिना कंफर्म टिकट के चढ़ जाते हैं। वहीं कुछ लोगों को RAC वाली सीटें मिलती हैं, जो दो भागों में विभाजित हैं। लेकिन ये साइड लोअर सीटें अक्सर बिना RAC के लोगों को दी जाती हैं, जिससे दो हिस्सों में विभाजित होने से सोना मुश्किल होता है। कितनी भी कोशिश करो, उन सीटों पर आपको आराम नहीं मिलता।

हालाँकि, ज्यादातर ट्रेनों में बगल में साइड लोअर यानी दो भागों में बंटी उन सीटों को सही करने का जुगाड़ होता है, लेकिन बहुत कम लोगों को, यानी 99 प्रतिशत लोगों को इसके बारे में पता नहीं है। दरअसल, साइड लोअर सीटों के ठीक बगल में एक लम्बा और पतला सीटनुमा गद्दा है, जिसे निकालकर उस सीट पर रखना चाहिए। यही कारण है कि दो भागों में बंटी सीट एक बन जाती है। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर फैल रहा है। हालाँकि, स्लीपर और थर्ड एसी में यह सुविधा दुर्लभ है।

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Instagram पर एक यूजर रिकी रविंद्र राजावत (@rickyravindrarajawat) ने साइड लोअर सीट से संबंधित एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में थर्ड एसी (Second AC) बोगी के अंदर एक लम्बा और पतला सीटनुमा बेड रखा गया है जो साइड लोअर सीट से सटा हुआ है। उस बेड को निकालकर सीधे सीट पर बिछा दें. फिर चादर लगा दें। इससे आपकी यात्रा सुखद होगी। इस पर बहुत से लोग कमेंट कर रहे हैं।

ऐसा अवसर बहुत कम लोगों को नहीं मिला!

अरुण कुमार नामक एक उपयोगकर्ता ने कहा कि मैंने कभी भी साइड लोअर सीट पर ऐसा नहीं देखा है। Arun ने चार सप्ताह पहले भेजे गए एक कमेंट में बताया कि आज ही मैं RAC (साइड लोअर की सीट, जिस पर दो लोग यात्रा करते हैं) पर पहुंच गया हूँ।मिला, लेकिन वीडियो में दिखाए गए साइड लोअर सीट पर कुछ भी नहीं था। अरुण कुमार के कमेंट पर सबा खान ने कहा कि इसमें गलत जानकारी है। वीडियो में जो साइड से गद्दा निकाला गया है, वह एक इमरजेंसी स्ट्रेचर है। लेकिन आशीष पांडे ने कहा कि सेकंड एसी में ऐसा होता है।

ऐसा वीडियो पीयूष गोयल ने भी शेयर किया है

2020 में पीयुष गोयल ने ट्विटर पर सेकंड एसी बोगी की आरामदायक साइड लोअर सीटों का एक वीडियो भी शेयर किया था। भारतीय रेल ने ट्विट कर कहा, "यात्रियों के सुविधाजनक सफर के लिए प्रयासरत भारतीय रेल, इसी का उदाहरण है सीटों में किये गये कुछ बदलाव, जिनसे सफर हुआ और अधिक आरामदायक।"’ वीडियो में एक रेलवे अधिकारी नए डिज़ाइन को सेकंड एसी कोच में कैसे काम करता है। उन्होंने बताया कि निचली बर्थ की सीटों के किनारे एक और फोल्डिंग लगाई गई है, जिससे दो सीटें मिल सकती हैं।

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