राजस्थान से हरियाणा तक बनेगा 47 किलोमीटर का फोरलेन हाईवे, स्थानीय लोगों में खुशी

Haryana News: हरियाणा के नूंह से लेकर राजस्थान के अलवर जिले के नौगांव बॉर्डर तक नेशनल हाईवे-248ए का 47 किलोमीटर लंबा हिस्सा अब चार लेन का बनाया जाएगा। यह काम केंद्र सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा मंजूर किया गया है और इसके लिए 400 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। इस फैसले से इलाके के लोगों में खुशी है। मेवात क्षेत्र के लोग इसे एक बड़ा विकास मान रहे हैं, क्योंकि इससे सफर आसान होगा और क्षेत्र का आर्थिक विकास भी तेजी से होगा।
नूंह से अलवर तक चार लेन वाला नेशनल हाईवे बनाने की योजना को वन विभाग से एनओसी मिल गया है। अब जल्द ही इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर निकाला जाएगा और निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। यह परियोजना इलाके के विकास की दिशा में एक अहम कदम साबित होगी और लोगों को बेहतर सड़क और परिवहन सुविधाएं मिलेंगी। केंद्र सरकार से बजट मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने खुशी जताई है और लंबे समय से इसके लिए संघर्ष कर रहे समाजसेवी राजूद्दीन को बधाई दी है। इस अभियान में मेवात RTI मंच ने भी बड़ी भूमिका निभाई है।
आंदोलन और भूख हड़ताल ने निभाई अहम भूमिका
शिक्षाविद् मास्टर अब्दुल वहाब के अनुसार, मेवात RTI मंच ने साल 2018 में बड़कली चौक पर छह दिन तक धरना दिया था। इस धरने में समाजसेवी राजूद्दीन ने खास भूमिका निभाई थी। उनकी पत्नी सबीला जंग भी इस आंदोलन में सक्रिय रहीं। करीब 15 साल लंबे संघर्ष के दौरान मेवात RTI मंच और मौजी फाउंडेशन ने हाईवे निर्माण के लिए कई तरह के आंदोलन किए। इनमें भूख हड़ताल, ज्ञापन देना, हस्ताक्षर अभियान, धरना-प्रदर्शन और दीवारों पर नारे लिखने जैसे कई तरीके अपनाए गए। ये सभी प्रयास इस सड़क को बनवाने के लिए किए गए थे।
सड़क हादसों में आएगी कमी
नूंह से अलवर तक का जो सिंगल लेन हाईवे है, उस पर पिछले 10 साल में करीब 2500 लोगों की जान जा चुकी है। यह इस इलाके में सड़क सुरक्षा की बड़ी चिंता को दिखाता है। अब जब यह सड़क चार लेन की बनाई जा रही है, तो इससे सड़क हादसों में कमी आने की उम्मीद की जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी को भेजा गया था ज्ञापन
मेवात RTI मंच की ओर से साल 2019 में 100 फुट लंबे कपड़े पर 20 हजार लोगों के हस्ताक्षर करवाए गए थे। इसके बाद यह ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा गया था, जिसमें इस हाईवे को बनवाने की मांग की गई थी।