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जमीन के अंदर बनेगा 90 किलोमीटर का 4 लेन हाईवे, दूरी हो जाएगी 13 घंटे कम

NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) देश में सड़कों की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए नए हाईवे और एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। लोगों का सफर न केवल आसान हुआ है, बल्कि दूरी भी कम हुई है। NHAI 68 सुरंगों को हिमाचल प्रदेश में बनाया जा रहा है, ऐसा हाल ही में पता चला है। जानकारी के लिए बताएं कि ये परियोजनाएं अभी पूरी नहीं हुई हैं। कई राजमार्गों पर टनल बनाने का काम अभी जारी है। नीचे खबर में जानें:  

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जमीन के अंदर बनेगा 90 किलोमीटर का 4 लेन हाईवे

The Chopal, Nhai News : नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) का मुख्य लक्ष्य देश भर में सड़कों और एक्सप्रेसवे बनाना है, जिससे कनेक्टिविटी बेहतर हो सके। हिमाचल प्रदेश में हाल ही में कई महत्वपूर्ण सड़क निर्माण कार्यों पर काम चल रहा है। योजना में 8 लेन, 4 लेन और एलिवेटेड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इसमें करीब 85 किलोमीटर जमीन के नीचे सड़कें बनाई जाएंगी। NHAI इसके लिए केंद्र सरकार और पर्यावरण मंत्रालय से अनुमोदन प्राप्त कर चुका है।

NHAI का नवीनतम परियोजना क्या है?

हिमाचल प्रदेश में 85 किलोमीटर लंबा प्रस्तावित हाईवे एक महत्वपूर्ण अवसंरचना विकास है। इस परियोजना में कई सुरंगें बनाई जाएंगी, जो यात्रा को आसान बनाएंगे। साथ ही, 8 लेन, 4 लेन और एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। विशेष रूप से, यहां टोल टैक्स के लिए रुकने की आवश्यकता नहीं होगी; बल्कि ऑटोमेटिक टोल टैक्स सिस्टम यात्रा को और अधिक आसान बना देगा। इस प्रोजेक्ट की पचास प्रतिशत से अधिक रिपोर्ट पहले ही बनाई गई हैं।

कम दूरी होगी

सुरंगों के निर्माण से सफर की दूरी और समय कम होगा। रिपोर्टों के अनुसार चार लेन हाईवे बनने से 126 किलोमीटर की दूरी कम होगी, जिससे यात्रा का समय लगभग 13 घंटे कम होगा। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh News) में प्राकृतिक आपदाएं अक्सर यातायात को बढ़ाती हैं। लेकिन इस प्रोजेक्ट के आने से यातायात का बुरा असर कम हो सकेगा।

प्राकृतिक आपदाओं की समस्या हल होगी— 

हिमाचल प्रदेश में हर साल भारी बारिश के कारण कई राज्यों में लैंडस्लाइड और अन्य प्राकृतिक आपदाओं की खबरें आती हैं। पिछले कुछ वर्षों में, कीरतपुर-मनाली राजमार्ग पर कुल्लू और मंडी में काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में, इन सड़कों को साफ करने में कई दिन लग जाते हैं, जिससे यातायात प्रभावित होता है। NHAI ने इन समस्याओं को देखते हुए हाईवे पर टनल बनाने का प्रस्ताव दिया।