The Chopal

UP में इस जिले में बनेगा बड़ा एलिवेटेड रेलवे ट्रैक, 50 लाख लोगों को बड़ा फायदा

UP News : उत्तर प्रदेश में शहरी बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने और ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने की दिशा में एक बड़ा और सराहनीय कदम है। योगी सरकार द्वारा शहरों की ट्रैफिक समस्या को दूर करने के लिए रेलवे ट्रैक के एलिवेटेड निर्माण जैसी परियोजनाएं तेज़ी से आगे बढ़ाई जा रही हैं।

   Follow Us On   follow Us on
UP में इस जिले में बनेगा बड़ा एलिवेटेड रेलवे ट्रैक, 50 लाख लोगों को बड़ा फायदा

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के हर शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए योगी सरकार की तरफ से हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं. यूपी के इस शहर में रेलवे ट्रैक एलिवेटेड बनाया जाएगा जिस पर 1115.65 करोड रुपए खर्च किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 2 साल का लक्ष्य लिया गया है. बता दे की 1115.65 करोड़ रुपये की लागत से कानपुर में अनवरगंज से मंधना तक 16.25 किमी लंबा एलीवेटेड रेलवे ट्रैक बनाया जाएगा. इससे 18 रेलवे क्रॉसिंग खत्म होंगे और जाम कम होगा।

कानपुर की सड़कों पर घंटों जाम में फंसे रहने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। अब अनवरगंज से मंधना तक रेलवे ट्रैक एलीवेटेड होगा। इससे सबसे बड़ी समस्या जाम से राहत मिलेगी। 18 रेलवे क्रॉसिंग, जो कानपुर की सबसे बड़ी जाम की समस्या थी, अब हटाकर इस ट्रैक को पूरी तरह से अलिवेटेड किया जाएगा। इस परियोजना पर 1115.65 करोड़ रुपये खर्च होंगे और दो साल में पूरा हो जाएगा।

एलिवेटेड ट्रैक टेंडर जारी

15 मई को रेलवे ने इस परियोजना के लिए टेंडर जारी किया है। कंपनियां काम शुरू कर देंगी जब टेंडर प्रक्रिया 30 जुलाई तक पूरी हो जाएगी। 2027 तक ट्रैक पूरा हो जाएगा।

18 रेलवे क्रासिंग बंद हो जाएंगे

इस एलीवेटेड ट्रैक के बनते ही कानपुर में 18 रेलवे क्रासिंग स्थायी रूप से समाप्त हो जाएंगे। इतना ही नहीं, मंधना और अनवरगंज में अब दो रेलवे स्टेशन नहीं रहेंगे। यह कानपुर में इतनी बड़ी रेलवे लाइन को ऊपर उठाकर बनाने की पहली घटना होगी।

नया ट्रैक उत्तर और दक्षिण को जोड़ने में मदद करेगा

वर्तमान में अनवरगंज से मंधना तक एक रेलवे ट्रैक है जो शहर को उत्तर और दक्षिण में बांटता है। इसलिए कई स्थानों पर रेलवे क्रासिंग घंटों जाम रहते हैं। रोजाना लोग जरीब चौकी, गुमटी नंबर 5 और 9, कोकाकोला चौराहा, आईआईटी, रावतपुर और कल्याणपुर में फंसते हैं। एलीवेटेड ट्रैक बनने से लोगों का समय बचेगा और ये जाम खत्म होंगे। हर दिन हजारों लोग इस मार्ग पर सफर करते हैं, जिसमें 30 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। इसके अलावा पांच से छह मालगाड़ियां भी इसी तरह से चलती हैं। अनवरगंज से मंधना होकर लोग बिल्हौर, कन्नौज, फर्रुखाबाद और कासगंज जाते हैं। एलीवेटेड ट्रैक की जरूरत थी क्योंकि इस ट्रैक पर भीड़ लगातार बढ़ी जा रही थी।

योजना से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण विवरण

कुल ₹1115.65 करोड़

ट्रैक की दूरी: 16.25 किमी

निर्माण में समय लगेगा: 2 साल का

कुल 18 रेलवे क्रासिंग खत्म होंगे

मुक्ति मिलेगी: लगभग पांच सौ लाख लोगों को

सांसद रमेश अवस्थी ने क्या कहा?

भाजपा सांसद रमेश अवस्थी ने कहा कि पूरी तैयारी हो चुकी है। 30 जुलाई तक टेंडर प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। चुनी गई कंपनियां इसके बाद अपना काम शुरू कर देंगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना लाखों लोगों को सीधा लाभ देगी और कानपुर के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। अब एलीवेटेड ट्रैक बन जाएंगे, तो जाम से राहत मिलेगी और शहर का ट्रैफिक पहले से कहीं बेहतर होगा।