UP में बनेगा बड़ा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, 33 गांवों होंगे निहाल, जानिए क्या है प्लानिंग
UP News : उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास की बयार बहनी शुरू हो गई है। CM योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड की छवि बदलने का प्रयास किया है। सोलर एनर्जी हब के बाद सरकार अब बुंदेलखंड में औद्योगिक कॉरिडोर बनाने की योजना बना रही है। 13 अरब रुपये भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए मंजूर कर दिए हैं। इस फैसले से 33 गांवों की तस्वीर बदली हुए नजर आने वाली हैं।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास की बयार बहनी शुरू हो गई है। CM योगी आदित्यनाथ सरकार बुंदेलखंड का चित्र बदलने में लगी हुई है। सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने में जुटी है. यूपी की योगी सरकार बुंदेलखंड और पूर्वांचल के विकास और वहां पर युवाओं को रोजगार मिले, इसको लेकर हरसंभव प्रयास कर रही है। पूर्वांचल और बुंदेलखंड में तेजी से औद्योगिक विकास हो रहा है। बुंदेलखंड औद्योगिक कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा जोकि नोएडा-ग्रेनो से भी बड़ा होगा. बुंदेलखंड औद्योगिक कॉरिडोर नोएडा-ग्रेनो से बड़ा होगा।
बुंदेलखण्ड में सोलर एनर्जी हब
बुंदेलखंड में सोलर एनर्जी का हब बनने के साथ-साथ रक्षा कॉरिडोर भी तेजी से बनाया जा रहा है। योगी सरकार अब एक और महत्वपूर्ण कदम उठाने को तैयार है।
बीडा का निर्माण
सरकार बुंदेलखंड में नोएडा से बड़ा औद्योगिक कॉरिडोर बनाने जा रही है। सरकार कानपुर और झांसी के बीच 36 हजार एकड़ में बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (BDA) बनाने पर काम कर रही है। बीडा झांसी के 33 गांवों को मिलाकर बनाया जाएगा।
लिंक मार्ग
लिंक एक्सप्रेसवे
बीडा को जल्दी ही धरातल पर उतारने के लिए प्रयास तेज किए जा रहे हैं बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को चित्रकूट से जोड़ने के लिए इस लिंक एक्सप्रेसवे के जरिए जोड़ा जा रहा है.
13 अरब डॉलर
योगी आदित्यनाथ ने अपने दो दिवसीय चित्रकूट दौरे के दौरान 13 अरब रुपये की मंजूरी दी, जिससे स्थानीय और विदेशी युवाओं को रोजगार मिलेगा। बुंदेलखंड का चित्र पूरी तरह से बदल जाएगा। लेकिन योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट जिले में भी युवाओं को नौकरी देने का मुद्दा बार-बार उठाया है। इस ओर भी काम किया जा रहा है।
पूर्वांचल की बदलेगी तस्वीर
सीएम योगी की नियुक्ति से लेकर अब तक पूर्वांचल के विकास में निरंतर प्रयास किए गए हैं। यही कारण है कि गोरखपुर में एम्स का जल्दी निर्माण करना या लगभग दो दशक से बंद खाद कारखाना को फिर से शुरू करना, योगी पूर्वांचल में विकास की ओर बढ़ोतरी हुई है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (गीडा) ने 35 साल की सफलता हासिल की है। आज गोरखपुर निवेशकों की पहचान बन चुका है।
करीब 800 एकड़ में
इससे उत्साहित सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से गोरखपुर को जोड़ने के लिए करीब 800 एकड़ में औद्योगिक कॉरिडोर को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर विकसित कर रही है.