राजस्थान में 2 जिलों के बीच बनेगा 4 लेन का हाईवे, सरपट दौड़ लगाएंगे वाहन
Rajasthan Road Infrastructure: राजस्थान रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में पहले काफी पिछड़ा हुआ माना जाता था। लेकिन मौजूदा समय में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर की कई बड़े प्रोजेक्ट की सौगात राजस्थान की जनता को मिली है। किसी कड़ी में राजस्थान के दो जिलों के बीच 108 किलोमीटर लंबा फॉरएवर रोड परीक्षित किया जाएगा।

Rajasthan News : राजस्थान को सड़क बुनियादी ढांचे के मामले में अपेक्षाकृत पिछड़ा माना जाता था, लेकिन अब राज्य तेजी से प्रगति कर रहा है। हाल के वर्षों में केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर कई मेगा हाईवे, एक्सप्रेसवे और लिंक रोड परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जो ना केवल स्थानीय लोगों की यात्रा को सुगम बनाएंगी बल्कि औद्योगिक, पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देंगी।
नागौर-जोधपुर फोरलेन की मंजूरी के बाद, अब नागौर-बीकानेर फोरलेन बनाने का काम चल रहा है। एनएच (NH) एक करोड़ रुपये की लागत से फोरलेन सड़क बनाने का डीपीआर बना रहा है, क्योंकि बीकानेर रोड पर हर दिन दुर्घटनाएं होती हैं। यह भी विचार कर रहा है कि देशनोक आरओबी को यथावत रखते हुए दूसरा सिक्स लेन आरओबी बनाया जाए।
हाल ही में देशनोक आरओबी पर कार में सवार एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई। बाद में, जिला प्रशासन ने जांच की, जिसमें पता चला कि ROB का डिजायन ही गड़बड़ है। इसके कारण आए दिन देशनोक आरओबी पर हादसे होते हैं। विशेषज्ञों की रिपोर्ट के अनुसार, बीकानेर रोड पर चरकड़ा बायपास, कक्कू-सेंगाल चौराहा, नोखा गांव बायपास, रासीसर कट (Accident-Prone Areas in Bikaner Road) जैसे स्थानों पर सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं.
इन जगहों पर दुर्घटनाएं होती हैं
विशेषज्ञों का कहना है कि श्रीबालाजी बायपास, अलाय व बाराणी, कक्कू-सेंगाल चौराहा, नोखा गांव-हियादेसर चौराहा, नोखा गांव बायपास, भारतमाला रासीसर कट और देशनोक पुल सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती हैं। 2024 में नोखा थाना क्षेत्र में 62 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 40 लोग मारे गए। वहीं, जनवरी से फरवरी तक 19 दुर्घटनाओं में 13 लोग मारे गए। हाल ही में बाराणी के पास एक कार पलटने से चार युवा मारे गए, जबकि अलाय में दो ट्रेलर की टक्कर से एक चालक जिंदा चल गया। हाल ही में गोगेलाव टोल में ट्रेलर ने मोटरसाइकिल सवार जोड़े को मार डाला।
डीपीआर कार्य जारी है
नागौर-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर फोरलेन सड़क के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है। अधिकारियों का लक्ष्य है कि डीपीआर को जल्दी से जल्दी दिल्ली भेजा जाए, ताकि बजट स्वीकृत हो सके। नागौर से गोगेलाव तक फोरलेन सड़क के काम में देरी के कारण पूर्व ठेकेदार का अनुबंध निरस्त कर दिया गया है और अब जुर्माना लगाने सहित अन्य कानूनी कार्रवाई चल रही है।