UP के इन गावों के बीच करोड़ों की लागत से बनेगा नया हाईवे, जमीन अधिग्रहण कर जल्द शुरू होगा कार्य

UP News : उत्तर प्रदेश के दो जिलों की बीच 2385 करोड रुपए की लागत से 65 किलोमीटर लंबे फोरलेन हाईवे का निमार्ण किया जाएगा। लोगों का आवागमन आसान होने के साथ-साथ सफर का समय कम होने वाला है। इस फोरलेन एक्सप्रेसवे के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाना है।
   Follow Us On   follow Us on
UP के इन गावों के बीच करोड़ों की लागत से बनेगा नया हाईवे, जमीन अधिग्रहण कर जल्द शुरू होगा कार्य

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में तालानगरी और ताज नगरी के बीच 65 किलोमीटर लंबा फोर लाइन एक्सप्रेसवे बनाया जाना है। यह एक्सप्रेसवे आगरा और अलीगढ़ के बीच बनाया जाना है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण मार्च 2025 तक शुरू होने की संभावना है। आगरा से अलीगढ़ के बीच ढाई घंटे का सफर इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद मात्र 1 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। 

फोरलेन हाईवे का निर्माण अब जल्दी शुरू होगा 

सरकार का लक्ष्य है कि आगरा एयरपोर्ट को अलीगढ़ के डिफेंस कॉरिडोर से जोड़ने के लिए एक नया हाईवे बनाया जाए और इसके साथ एक आर्थिक गलियारा बनाया जाए। इसे अलीगढ़ शहर के बाहर से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग (नेशनल हाईवे) बाईपास से जोड़कर बनाया जाएगा और आगरा में खंदौली के पास यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। केंद्र सरकार ने अलीगढ़-आगरा हाईवे के लिए बजट प्रस्तुत किया है। इससे अलीगढ़-आगरा के बीच प्रस्तावित फोरलेन हाईवे का निर्माण अब जल्दी शुरू हो जाएगा। फरवरी में, 2385 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 65 किमी लंबे हाईवे का टेंडर हो गया था। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी होनी शेष है। अधिकारियों का दावा है कि अगर सब कुछ समय पर होता रहा तो दो साल के भीतर रफ्तार का यह प्रोजेक्ट बनाया जाएगा।

जेवर एयरपोर्ट का तीसरा विकल्प होगा

सरकार का लक्ष्य है कि आगरा एयरपोर्ट को अलीगढ़ के डिफेंस कॉरिडोर से जोड़ने के लिए एक नया हाईवे बनाया जाए और इसके साथ एक आर्थिक गलियारा बनाया जाए। यह नेशनल हाईवे बाईपास, जो अलीगढ़ से गुजरता है, से जोड़कर बनाया जाएगा और आगरा में खंदौली के पास यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इसलिए हाईवे भी अलीगढ़ डिफेंस कॉरिडोर के लिए जेवर एयरपोर्ट का तीसरा विकल्प होगा।

यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे बन रहे जेवर एयरपोर्ट, अलीगढ़-पलवल रोड पर डिफेंस कॉरिडोर और अन्य उद्योगों के कारण इन क्षेत्रों में अब जमीन नहीं बची है। साथ ही, अलीगढ़-पलवल मार्ग पर यातायात का बोझ अधिक होने या आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान यह हाईवे आगरा और यमुना एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचाने का एक विकल्प बनेगा। साथ में, अलीगढ़-आगरा के मध्य 85 किमी लंबे दो-लेन राजमार्ग पर जाम की समस्या हल होगी।

इन गांव से गुजरेगा हाईवे

अलीगढ़ जिले में कोल तहसील का हाजीपुर चौहटा, दयानतपुर रसीला, बढ़ौली फतेह खां, मनोहरपुर कायस्थ, मईनाथ, समस्तपुर कीरत, इगलास का पढ़ील, बैरमगढ़ी, तोछीगढ़, कनौरा, असरोई शामिल हैं। हाथरस जिले की सासनी तहसील के संदलपुर, नगला भीखा, अबूपुर, सिघर्र, देदामई, नहलोई, विघेपुर, जसराना, लढ़ौता, जिरोली, मोहरिया,नगला गढू, बसगोई, छोड़ा गड़उआ,हर्दपुर, गढ़ी नंदराम, हाथरस तहसील के बीछीया, मुंगसा, टुकसान, नगला मनी, बिसरांत, धतूरा खुर्द, नगला नंदराम, ककरावली, विशुनदास, केशरगढ़ी, मगंतई, दौलताबाद, रामगढ़, कोरना चमरुआ, बमनई, तिहाईया नगला कारवा, गदई, खजुरिया, लुहेटा खुर्द कला, सादाबाद तहसील के बिचपुरी, कजरोठी, मीरपुर, जगरार, अदालपुर,नौगवां, दगशाह, ताजपुर, कुम्हेरी, सरोठ, कुरसंडा, गौंचा, सिसता, नसीरपुर, कंजौली व आगरा जिले की एत्मादपुर तहसील के कंजौली, खंदौली कस्बा, पेंत खेरा, रामनगर खंदौली शामिल हैं।