UP में बनेगा नया रिंग रोड, 35 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण, 7 अंडरपास और 2 रेलवे ब्रिज भी बनेंगे
UP News : उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर योगी सरकार की तरफ से क्रांतिकारी कदम उठाए जा रहे है। उत्तर प्रदेश सड़कों की मामलों में देश में अग्रिम राज्य बना हुआ है। यूपी के इस जिले में जमीन अधिग्रहण करके इनर रिंग योजना के तहत काम जल्द ही शुरू होने वाला है। इस प्रोजेक्ट के चलते 35 गांवों में जमीन अधिग्रहण किया जाना है।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की तरफ से सड़क और परिवहन ढांचे (Road Infrastructure) को लेकर बड़े और क्रांतिकारी कदम लगातार उठाए जा रहे हैं। राज्य को सड़क नेटवर्क के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में गिना जा रहा है। रिंग रोड के निर्माण से यातायात की सुगमता बढ़ेगी और शहर के भीतर ट्रैफिक लोड कम होगा. इससे शहर के कई हिस्सों को आपस में जोड़ने में भी सुविधा होगी। रिंग रोड से किसानों को भी फायदा होगा, क्योंकि इससे वे विभिन्न बाजारों तक सीधे पहुंच सकेंगे।
इससे परियोजना की समयसीमा के भीतर प्रगति सुनिश्चित होगी। इन सभी प्रयासों से कानपुर की यातायात व्यवस्था में सुधार, आर्थिक विकास और शहरवासियों की जीवन स्तर में सुधार होगा। इनर रिंग रोड योजना के पहले दो चरणों का काम जल्द शुरू होना चाहिए। इसके लिए अप्रैल में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। Inner Ring Road Project के लिए लगभग 35 गांवों से जमीन अधिग्रहण किया जाएगा। रिंग रोड के पहले चरण में तीनों चरणों का निर्माण चल रहा है।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया
इनर रिंग रोड योजना के पहले दो चरणों का काम जल्द शुरू होने वाला हैं। इसके लिए अप्रैल में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। इनर रिंग रोड योजना (Inner Ring Road Project) के लिए लगभग 35 गांवों से जमीन अधिग्रहित की जानी है। इसके लिए अप्रैल में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। Inner Ring Road Project के लिए लगभग 35 गांवों से जमीन मिलनी चाहिए। इसके लिए मुआवजे का अनुमान लगभग पांच सौ करोड़ रुपये है।
बता दे की 31.4 किलोमीटर की सड़क का पहला चरण (तीन फेज) इनर रिंग रोड में बनाया जाएगा। 15 किलोमीटर का काम अब तक समाप्त हो गया है। 16.4 किलोमीटर के अतिरिक्त काम शुरू होना हैं। पहले चरण में फूलपुर से करछना तक 23 किलोमीटर की सड़क, सात अंडरपास, दो रेलवे पुल और तीन पुल बनाए जाएंगे। इनमें से पहला गंगापार के झूंसी और दूसरा यमुनापार के नैनी को जोड़ेगा। रिंग रोड परियोजना के अंतर्गत झूंसी और नैनी के बीच एक और पुल भी प्रस्तावित है।
वाहनों का दबाव कम होगा
दोनों पुल सिक्सलेन हैं। नए यमुना पुल और शास्त्री पुल पर वाहनों का दबाव इन पुलों के निर्माण से कम होगा। दोनों पुलों को मई और जून 2026 तक बनाया जाना है। यमुना नदी पर भी बक्शी गांव में एक पुल बनाया जाएगा। यह महाकुंभ से पहले शुरू किया गया था। 15 किलोमीटर का काम अब तक पूरा हो सका है। इनमें एक रेलवे ओवर ब्रिज और चार अंडर पास का काम पूरा हो चुका है।
प्रयागराज इनर रिंग रोड का पहला चरण तीन चरणों में 30 किलोमीटर का काम करेगा। लवायन कला से शुरू होकर सहसो बाईपास के पास एनएच-2 से जुड़ने वाला पहला चरण 45 गांवों से गुजरने वाली 29.466 किलोमीटर सड़क बनाएगा। पहले चरण के तीनों फेज, जिसमें 65 किलोमीटर की रिंग रोड का निर्माण शामिल है, लगभग 3100 करोड़ रुपये का खर्च होगा। रिंग रोड के पहले चरण में तीनों चरणों का निर्माण चल रहा है। इनमें एक रेलवे पुल और 15 किलोमीटर की सड़क का काम पूरा हुआ है। इसके अलावा, अप्रैल महीने में अतिरिक्त निर्माण कार्यों के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।