UP में न्यू नोएडा के बाद अब इस जिले के 58 गांवों की जमीन पर बसेगा नया शहर
UP News : उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर नई टाउनशिप और नए शहर बसाने को लेकर योगी सरकार निरंतर प्रयासरत है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के 58 गांवों में एक नया शहर बसाया जाएगा। नई शहर के अलावा औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा जिससे 8 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश सरकार की नई टाउनशिप और शहरी विकास की यह योजना राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिहाज़ से बेहद महत्वाकांक्षी कदम है। योगी सरकार पूर्वांचल और NCR जैसे क्षेत्रों में पहले से ही स्मार्ट सिटी और औद्योगिक कॉरिडोर पर काम कर रही है और अब 36 गांवों में नया शहर बसाने की योजना उसी विज़न का विस्तार है। नया आगरा यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के दोनों किनारों पर बसाया जाएगा।
यहां पहले पर्यावरण के अनुकूल औद्योगिक क्षेत्र बनाया जाएगा, जो लगभग आठ लाख लोगों को काम देगा। ताजमहल की सुंदरता को बचाने के लिए प्रदूषण-मुक्त उद्योगों को प्राथमिकता दी जाएगी। यमुना अथॉरिटी इस क्षेत्र में होने वाले विकास को देख रही है। इस खबर में आपको पूरी जानकारी मिलेगी..
न्यू आगरा अर्बन सेंटर का जोनल प्लान तैयार है, जो यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों ओर है। नए शहर में पहले औद्योगिक क्षेत्र बनेगा। ताजमहल की सुंदरता बरकरार रखने के लिए यहां केवल पर्यावरण के अनुकूल उद्यमों को स्थापित करने की अनुमति दी जाएगी। न्यू आगरा में 14.6 लाख लोगों की आवास क्षमता होगी। करीब आठ लाख लोगों को काम मिलेगा।
ताज की सुंदरता का ध्यान रखा जाएगा
ताज ट्रैपेजियम जोन (TTJ) के तहत ताजमहल के आसपास का क्षेत्र प्रदूषण से मुक्त रहेगा, प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने कहा। ताज की सुंदरता को प्रभावित करने वाली किसी भी औद्योगिक गतिविधि को इस क्षेत्र में अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके लिए, पर्यावरण के अनुकूल औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने से पहले सर्वेक्षण कराया जाएगा, और कंपनियों को रिपोर्ट मिलने पर बुलाया जाएगा। शहर का जोनल प्लान बनाया गया है। नया शहर 58 गांवों पर 9500 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जाएगा, जहां औद्योगिक, आवासीय और हरित क्षेत्र के सभी कार्य होंगे।
शहर पहले 36 गांवों की जमीन पर बनाया जाएगा
प्रारंभिक रिपोर्ट में जनसंख्या, सड़क, परिवहन प्रणाली, पर्यावरण की स्थिति, सुविधाएं, उद्योग की स्थिति और संभावनाएं, कारोबार की स्थिति, यमुना सहित क्षेत्र में मौजूद जल स्रोतों का विवरण दिया गया है। नया शहर पहले 36 गांवों की जमीन पर बनाया जाएगा, फिर इसका विस्तार होगा। शहर में आबादी भी बढ़ाई जा सके इससे पहले औद्योगिक गतिविधियों को विकसित करना होगा।
दिल्ली एनसीआर से जुड़ेगी कनेक्टिविटी
रेजिडेंशियल प्रयोग के लिए 29 प्रतिशत जमीन अलाट की गई है, जबकि 22% जमीन ग्रीन एरिया, 17% ग्रीन कैटेगरी के उद्योग और 7% जमीन सार्वजनिक, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अलाट की गई है। कमर्शियल एक्टिविटी के लिए 5% और मिक्स्ड जमीन उपयोग के लिए 4% रखा गया है। जबकि 16% ज़मीन ट्रांसपोर्ट इंफ्रा के लिए आरक्षित है। नए शहर को नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली और ग्रेटर नोएडा से कनेक्टिविटी मिलेगी। नमो भारत ट्रेन को यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे 131 किलोमीटर ट्रैक बनाने की योजना है।