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G-20 समिट से पहले मौसम की मेहरबानी, दिल्ली के इन हिस्सों में बारिश से ठंडी हुई दिल्ली

शुक्रवार शाम से राजधानी दिल्ली में लगातार बरसात ने मौसम को बदल दिया है। शनिवार तड़के भी ठंडी हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई और आधी रात के बाद कई इलाकों में तेज बरसात हुई।
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Before the G-20 summit, the weather became cool, Delhi became cool due to rain in these parts of Delhi.

The Chopal - शुक्रवार शाम से राजधानी दिल्ली में लगातार बरसात ने मौसम को बदल दिया है। शनिवार तड़के भी ठंडी हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई और आधी रात के बाद कई इलाकों में तेज बरसात हुई। शनिवार और रविवार को भी दिल्ली में बूंदाबांदी हो सकती है, यह मौसम विभाग का अनुमान है। तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होने का अनुमान भी है। शुक्रवार का दिन भी राजधानी में बहुत गर्म रहा क्योंकि दिनभर तेज धूप थी।

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राजधानी में बूंदाबांदी

शुक्रवार का दिन राजधानी में बहुत गर्म रहा क्योंकि दिनभर तेज धूप थी। किंतु शाम को कई स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हुई, जो लोगों को गर्मी से बहुत राहत दी। शुक्रवार को सफदरजंग मौसम केंद्र में सर्वोच्च तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक था। उस जगह का सबसे कम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक था। यहां आर्द्रता 76% से 49% तक रही। दिनभर की तेज धूप के बाद शाम को मौसम बदल गया। दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में बूंदाबांदी ने गर्मी से राहत दी।

सितंबर का पहला सप्ताह, पिछले 12 सालों में सबसे गर्म 

सितंबर का पहला हफ्ते दिल्ली में पिछले बारह सालों में सबसे गर्म रहा है। सितंबर में अभी तक अधिकतम तापमान का कोई दिन नहीं हुआ है। बरसात नहीं होने के कारण लोगों को सामान्य से अधिक गर्मी लगती है। दिल्लीवासी इस बार सामान्य से अधिक गर्मी का सामना कर रहे हैं क्योंकि मॉनसून बेरुखी है। जून और जुलाई के महीने में अच्छी बरसात हुई, लेकिन मॉनसून रेखा खिसकने से पहले अगस्त में सामान्य से कम बरसात हुई। अब सितंबर में भी ऐसा ही मौसम है। सितंबर में एक दिन भी सामान्य तापमान से अधिक नहीं हुआ, हालांकि इस महीने का औसत तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस है। पहले सप्ताह में मौसम 2011 से पहले इतना गर्म नहीं रहा है।

उमस भी बढ़ती जा रही है

सितंबर तक 52 मिलीमीटर की औसत बरसात होनी चाहिए, विशेषज्ञों का अनुमान है। सफदरजंग में इस महीने एक दिन भी बरसात नहीं हुई है। कुल मिलाकर सामान्य से 100 गुना कम बरसात हुई है। यह भी सामान्य से अधिक गर्मी और उमस है। कई दिनों से यह बढ़ रहा है।