The Chopal

Amritsar Jamnagar Expressway: राजस्थान की इस सड़क पर ना आयेंगे पशु और नहीं कटेगी साइड से मिट्टी

रेगिस्तान में बन रहे अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस वे पर तेज वाहनों के आगे पशु नहीं आ सकेंगे। बारिश हो या तूफान साइड से रेत कटने से सड़क धंसेगी नहीं और वाहनों का गुजरना पेड़ों की हरियाली के बीच में अलग ही दिखेगा।
   Follow Us On   follow Us on
Amritsar Jamnagar Expressway: Animals will not come on this road of Rajasthan and soil will not be cut from the side.

Amritsar Jamnagar Expressway: रेगिस्तान में बन रहे अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस वे पर तेज वाहनों के आगे पशु नहीं आ सकेंगे। बारिश हो या तूफान साइड से रेत कटने से सड़क धंसेगी नहीं और वाहनों का गुजरना पेड़ों की हरियाली के बीच में अलग ही दिखेगा। तीन रिफाइनरी को जोड़ने वाला यह राजमार्ग इंजिनियिर का अद्भुत उदाहरण है।

ये भी पढ़ें - UP में इसलिए 226 गांवों की खरीदी जाएगी जमीन, 3,100 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से होगा अधिग्रहण

भारतमाला ने जीओ सेल तकनीक का इस्तेमाल किया है, जिससे सड़क के तट से मिट्टी का कटाव नहीं होगा। इस विधि का उपयोग उच्च घनत्व पॉलीथीन (HDPE), पॉलिएस्टर और पॉलिमरिक सामग्री से बनाई गई काले रंग की जाली को बिछाने के लिए किया जाता है। उस पर मुरम लगाया जाता है ताकि मिट्टी न कटे।

रोड एक्सेस नियंत्रित

मार्ग अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस वे पूरी तरह से बंद है। इस सड़क पर इंटरचेंज के अलावा कोई प्रवेश या निकास नहीं है। वहीं पूरे सड़क पर दीवारें बनाई गईं, ताकि मवेशी नहीं आ सकते थे। निर्बाध रूप से वाहनों की गति तेज हो सकती है। US ने एक्सेस कंट्रोल्ड तकनीक का उपयोग किया है।

ये भी पढ़ें - UP में बिजली चोरी करने वालों पर कड़ा सख्त एक्शन, ऑन द स्पाट होगा ये फैसला

सीटीबी की शक्ति

इस सड़क को मजबूत बनाने के लिए मिट्टी के बाद GB बनाया गया है। GSB से पहले अन्य सड़कों को डामर किया गया था, लेकिन इस सड़क को बनाने के लिए CTB (सीमेंट ट्रीटेड बेस) का उपयोग किया गया था। ताकि मजबूत सड़कें बनाई जा सकें, सीटीबी में सीमेटेंड कंकरिट की एक परत बिछाई गई है।

जमीन से तीन मीटर की ऊंचाई

ताकि बारिश के दिनों में खेतों का पानी सड़क पर न बहें और सड़क को नुकसान नहीं पहुँचाए, इस रोड की डिजाइन को जमीन से कम से कम ढाई मीटर ऊंचाई पर बनाया गया है।