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UP और एमपी के बीच बनेगी एक और कड़ी, चंबल नदी पर होगा फोरलेन पुल का निर्माण

Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच चंबल नदी पर एक नए हैंगिंग ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। यह पुल मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक की तर्ज पर बनाया जाएगा और इसकी लंबाई 594 मीटर होगी। पुल के निर्माण से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच आवागमन सुलभ होगा और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
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UP और एमपी के बीच बनेगी एक और कड़ी, चंबल नदी पर होगा फोरलेन पुल का निर्माण

New Nridge Beetween Bhind And Itawa : मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले इस पर मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक की तर्ज पर तार समर्थित पुल बनाने का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। पुल बनने से मप्र-उप्र के बीच आवागमन सुलभ होने से इससे जुड़ने वाले जिलों में व्यापार को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि पुराना पुल बार-बार क्षतिग्रस्त होने से यहां आवागमन को बंद कर दिया जाता है। मप्र की तरफ से स्वीकृत अटल प्रोग्रेस-वे इस पुल के जरिए सीधे बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से जुड़ जाएगा। यह पुल 24 महीने में बनकर तैयार होगा।

यह पुल भिंड मध्य प्रदेश को इटावा उत्तर प्रदेश से जोड़ेगा। पुल के बनने से यूपी और एमपी के बीच कनेक्शन्स मजबूत हो जाएंगे और व्यपार को भी बढ़ावा मिलेगा. पुल का निर्माण जनवरी के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा. तीन साल पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पुल और यमुना नदी पुल से चंबल नदी तक फोरलेन सड़क और नया पुल बनाने के लिए 296 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। पुल बनाने का काम दिल्ली की एएससी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी कर रही है।

बाद्रा-वर्ली सी-लिंक के तर्ज पर होगा निर्माण

राष्ट्रीय राजमार्ग खंड अधिशासी अभियंता मुकेश ठाकुर के अनुसार हैंगिंग पुल मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी-लिंक की तर्ज पर बनाया जाना है। पुल पर फोरलेन आने-जाने के लिए होगी। इसकी चौड़ाई 14 मीटर और लंबाई 594 मीटर अधिक होगी। पुल की ऊंचाई पुराने पुल से 122 मीटर अधिक यानी 130 मीटर से अधिक होगी। इस पुल का मुख्य स्पैन केबल से बनाया जाएगा। इसमें कंक्रीट, स्टील, प्रीकास्ट सेगमेंट का उपयोग होता है।

296 करोड़ की मंजूरी

बरही-उदी के बीच चंबल नदी पर वर्ष 1975 में पुल बना था। 50 साल पुराना पुल 15 साल में 22 बार क्षतिग्रस्त हो चुका है। तीन साल पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पुल और यमुना नदी पुल से चंबल नदी तक फोरलेन सड़क और नया पुल बनाने के लिए 296 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। पुल बनाने का काम दिल्ली की एएससी इंफ्राटेक लिमिटेड कंपनी कर रही है। टेंडर प्रक्रिया होने के बाद 2022 में कंपनी ने पुल निर्माण के लिए मिट्टी परीक्षण शुरू किया तो घड़ियाल अभयारण्य ने रोक लगा दी। 31 जुलाई को वन विभाग और चंबल अभयारण्य से अनुमति मिलने के बाद कंपनी ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है।

यमुना नदी से पुल तक बनेगी फोरलेन सड़क

यमुना नदी के पुल से चंबल पुल तक सड़क की लंबाई 8.1 किमी है। इस सड़क को फोरलेन किया जाएगा। बीच में डिवाइडर और स्ट्रीट लाइट भी लगाई जाएंगी। चंबल पुल और फोरलेन सड़क बनाने के लिए 296 करोड़ मंजूर हुए हैं। पुल 130 करोड़ और हाईवे 166 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा।