MP में एक और फोरलेन बनाने की मिली मंजूरी, 23 किमी सड़क होगी चौड़ी
MP News : राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश में सड़क निर्माण को तेज करने के लिए एक नई फोरलेन सड़क परियोजना को मंजूरी दी है, जो 23 किलोमीटर लंबी है। यह ग्रीन फील्ड फोरलेन हाईवे इंदौर और उज्जैन के बीच बनाया जाएगा. इससे इंदौर एयरपोर्ट से उज्जैन के महाकाल मंदिर तक की यात्रा 30 मिनट में होगी।
Madhya Pradesh News : प्रयागराज-सिंगरौली हाइवे के बाद रीवा-सीधी राष्ट्रीय राजमार्ग 39 पर मुआवजे का खेल शुरू हो गया है। केंद्र से राष्ट्रीय राजमार्ग को फोरलेन बनाने की अनुमति मिलने के बाद से सड़क के किनारे घर बनाए जा रहे हैं। एक महीने में ही कठौतहा से सीधी बायपास तक सैकड़ों घर चुरहट के आगे गिर गए हैं। मकानों का निर्माण भी मुआवजे की चाह में किया गया है, क्योंकि वे केवल बाह्य पर्दे लगाकर बनाए गए हैं।
18 किमी लंबी सड़क फोरलेन
केंद्र ने पिछले महीने राष्ट्रीय राजमार्ग 39 से सीधी के बीच एक टूलेन को फोरलेन बनाने की अनुमति दी थी। मोहनिया टनल से चुरहट के सर्रा तक एक फोरलेन सड़क लगभग 18 किमी है। इसके बाद कठौतहा से सीधी बायपास तक 23 किमी का रास्ता चौड़ा होना चाहिए। प्रशासन ने एनएच के किनारे संबंधित गांवों की जमीन खरीदने और बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया था। सर्वे है। जब उन्हें इसकी जानकारी मिली, क्षेत्र में हाइवे के किनारे मकानों का निर्माण युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया। लोग उम्मीद करते हैं कि मुआवजा राशि बढ़ जाएगी। इसी तरह उनके द्वारा कम लागत में घर बनाए जा रहे हैं। सिंगरौली जिले में प्रयागराज-सिंगरौली हाइवे की मंजूरी के बाद चिंतरगी से मोरवा तक सड़क किनारे मुआवजे की आस में दो हजार से अधिक घर बनाए गए।
आवासीय श्रेणी में अतिरिक्त मुआवजे की व्यवस्था
दरअसल, जमीन अधिग्रहण नियमों के अनुसार यदि एक मकान अधिग्रहण वाली भूमि पर बनाया गया है तो उसे आवासीय श्रेणी में मानते हुए पुनर्वास पैकेज में कृषि भूमि से अधिक मुआवजा दिया जाएगा। इसलिए जमीन मालिकों ने तेजी से घर बनाने लगे हैं। रीवा-सीधी राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे, जहां फोरलेन सड़क निर्माण की अनुमति मिली है, अनैतिक लाभ उठाने के उद्देश्य से काम चल रहा है। इसमें अभी पुरस्कार नहीं मिले हैं। अवार्ड पारित करने पर ही कार्य का अकॉर्डिंग लाभदायक होगा। निर्माणों को अनैतिक लाभ लेने के उद्देश्य से लाभ नहीं मिलेगा।