Rajasthan में मुफ्त गेहूं लेने वालों राशन कार्ड धारकों के लिए बुरी खबर, आ रही बड़ी अपडेट
Rajsthan News : राजस्थान में नवंबर में 14 लाख लाभार्थियों को खाद्य सुरक्षा योजना के तहत मुफ्त गेहूं के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। जयपुर जिले में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत गेहूं परिवहन की व्यवस्था निरंतर खराब हो रही है, जिससे हर महीने गरीबों के हक का हजारों क्विंवटल गेहूं गायब हो जाता है। साथ ही, गेहूं आवंटन और उठाव विभागीय पोर्टल पर नवंबर के गेहूं के उठाव की तस्वीर खराब दिखती है।
Rajasthan Food Department : जयपुर जिले में खाद्य सुरक्षा योजना के तहत गेहूं परिवहन की व्यवस्था निरंतर बिगड़ रही है, जिससे हर महीने गरीबों का हजारों क्विंटल गेहूं गायब हो जाता है। साथ ही, गेहूं आवंटन और उठाव विभागीय पोर्टल पर नवंबर के गेहूं के उठाव की तस्वीर खराब दिखती है। जिले को 1 लाख 55 हजार क्विंटल गेहूं की योजना दी गई। लेकिन 30 नवंबर, गेहूं उठाव की अंतिम तारीख तक 81,790 क्विंटल गेहूं उठाया जा सका और 73,790 क्विंटल गेहूं लेप्स हो गया। ऐसे में नवंबर तक जिले के 14 लाख लाभार्थियों को गेहूं की कमी होगी।
1 लाख 24 हजार क्विंटल गेहूं लेप्स केवल शहर में
ऐसा नहीं है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लाभार्थियों के हक को लेप्स किया गया है। जयपुर शहर भी इसी तरह है क्योंकि उठा नहीं गया है। 2 लाख 71 हजार क्विंटल गेहूं शहर को दिया गया। जिसमें से सिर्फ 1 लाख 46 हजार क्विंटल गेहूं उठाया गया था। नवंबर महीने में 1 लाख 46 हजार क्विंटल गेहूं लेप्स किया गया था। November में ग्रामीण क्षेत्रों में लाभार्थियों को गेहूं मिलने में मुश्किल होगी, शहर के लाभार्थियों को भी मुश्किल होगी।
DSO ने उठाव की जिम्मेदारी लेकिन असफल रहा
गेहूं के उठाव में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने जिला नागरिक आपूर्ति प्रबंधकों से इसे लेकर जिला रसद अधिकारियों को सौंप दिया। लेकिन अब गेहूं का शत-प्रतिशत उठाव करने में रसद अधिकारी असफल रहे हैं। गेहूं का शत-प्रतिशत उठाव नहीं होने से प्रदेश सरकार की छवि केंद्र सरकार के सामने धूमिल होती है, इसलिए इस स्थिति का नुकसान लाभार्थियों के साथ-साथ सरकार को भी उठाना पड़ रहा है।
सरकार को छूट के लिए आग्रह करना होगा
खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के तहत हर महीने आगामी महीने का गेहूं उठाना होगा। सरकार गेहूं को लैप्स होने से बचाने के लिए केंद्र से एक सप्ताह की छुट्टी मांगती है अगर समय पर उठाव नहीं होता। सरकार निरंतर परेशान हो रही है। अक्टूबर में छह हजार क्विंटल गेहूं भी लेप्स हो गया था और 150 क्विंटल गेहूं राशन डीलर्स तक भी नहीं पहुंचा था।
