Basmati variety : बासमती चावल की ये 45 किस्में दुनियाभर में खाई जाती है बड़े चाव से, यह किस्म करती है राज
The Chopal : भारत की एक अद्वितीय और लोकप्रिय बासमती चावल की जगह पर्वपर्व है, और इसका महत्वपूर्ण स्थान पूसा-1121 नामक किस्म के चावल के पास है। यह चावल बिना पके 9 मिमी होता है और पकने के बाद 15 से 22 मिमी तक विकसित होता है। यह दुनिया का सबसे लंबा बासमती चावल होता है, और इसके लिए यह लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में आवाज पाता है।
बासमती चावल की महत्वपूर्ण चर्चा
हाल ही में, केंद्र सरकार ने बासमती चावल के मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस को 1200 डॉलर प्रति टन पर तय किया है, जिसके बाद इसकी चर्चा बढ़ गई है। निर्यातकों का कहना है कि इसे 900 डॉलर से अधिक नहीं होना चाहिए। इस दौरान, भारत बासमती चावल का बादशाह है, और यहां से सबसे अधिक चावल एक्सपोर्ट होता है। भारत ने अपने उत्पादित पूसा-1121 को करीब 140 देशों में बेचा है। यहाँ पर भारत में 45 प्रकार के बासमती चावल हैं, लेकिन पूसा बासमती-1121 वृक्ष के रूप में पूरी दुनिया में राज करता है। इसलिए यह चावल सभी के दिलों पर राज करता है और इसकी खेती भारत में करीब 9.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की जाती है, जिससे देश के कुल बासमती क्षेत्र के 47% क्षेत्र को इसका कब्जा है।
बासमती-1121: सुगंधित चावल का राजा
पूसा बासमती-1121 विश्व में सबसे अधिक एक्सपोर्ट होने वाले बासमती चावल है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका चावल बिना पका 9 मिमी होता है, और पकने के बाद 15 से 22 मिमी तक हो जाता है। इस वजह से पूसा बासमती-1121 को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह मिली है, और यह चावल की किस्म पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। भारत के सात राज्यों में बासमती चावल का जीआई टैग है, और इनमें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और जम्मू कश्मीर शामिल हैं।
विभिन्न प्रकार के बासमती चावल
भारत में विभिन्न प्रकार के बासमती चावल पाए जाते हैं, जैसे कि पंजाब बासमती 1 (बौनी बासमती), तारावड़ी बासमती, बासमती 386, उन्नत पूसा बासमती 1 (पूसा 1460), पूसा बासमती-1121, पूसा बासमती 6 (पूसा 1401), पंजाब बासमती-2, बासमती सीएसआर 30 (संशोधन के बाद), वल्लभ बासमती 21, पूसा बासमती 1509, पूसा बासमती 1609, पंत बासमती-1, पंत बासमती-2, पंजाब बासमती-3, पूसा बासमती 1637, पूसा बासमती 1728, पूसा बासमती 1718, पंजाब बासमती-4, पंजाब बासमती-5 और पूसा बासमती 1692।
बासमती चावल की विशेषताएं
बासमती चावल एक सुगंधित चावल है, जो भारत के हिमालय क्षेत्र में बड़ी संख्या में उगाया जाता है। इसके दाने अत्यधिक लंबे और पतले होते हैं, जो उनकी विशेषता है, और पकाने पर इसमें अद्वितीय सुगंध और स्वाद होता है, जिसके कारण यह चावल अन्य सुगंधित चावल की किस्मों से अलग होता है।
बासमती चावल का वैश्विक निर्यात
भारत बासमती चावल के ग्लोबल निर्यातक है, और हमने साल 2022-23 में 38,523.54 करोड़ रुपये की मूल्य में इसका निर्यात किया, जो 2021-22 में सिर्फ 26,415.99 करोड़ रुपये था। हम इस चावल को करीब 140 देशों में निर्यात करते हैं, जैसे कि सउदी अरब, इरान, इराक, संयुक्त अरब अमीरात, यमन, संयुक्त राज्य अमेरिका, कुवैत, इंग्लैंड, ओमान, जॉर्डन, कतर, कनाडा, मलेशिया, नीदरलैंड, इजराइल, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, जर्मनी, नेपाल और सिंगापुर जैसे देशों में।
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