UP में बसेगा सुंदर शहर, 12 गांवों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू
UP News : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा विभिन्न मास्टर प्लान योजनाओं के तहत नए शहरों और टाउनशिप्स के विकास की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। इन योजनाओं के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है, हालांकि कई परियोजनाओं में भूमि की कीमतें अभी निर्धारित नहीं की गई हैं।

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में विकास योगी सरकार की तरफ से तेजी से करवाया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में एक और मास्टर प्लान योजना के तहत सिटी बसाने को लेकर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जमीन की कीमत फिलहाल तय नहीं की गई है. यमुना प्राधिकरण ने मथुरा का मास्टर प्लान 2031 (फेज-2) मंजूर होने के बाद राया हेरिटेज सिटी के लिए जमीन खरीदना शुरू कर दिया है। फिलहाल, किसानों ने 200 एकड़ जमीन खरीदने की अनुमति दी है, जिसमें से 137 एकड़ के लिए वे सहमति दे चुके हैं।
भूमि अधिग्रहण
फिलहाल, हेरिटेज सिटी के लिए जमीन की कीमतें निर्धारित नहीं हैं। नए दरों पर आगामी बोर्ड बैठक में फैसला होगा। प्राधिकरण के एक अधिकारी ने कहा कि राया हेरिटेज को विकसित करने के लिए एक कंपनी को जुलाई 2025 तक चुना जाएगा। कंपनी कंसेशन एग्रीमेंट के बाद 90 दिन के अंदर निर्माण शुरू कर देगी। ऐसे में अगस्त तक हेरिटेज सिटी का उद्घाटन होना चाहिए। गीता शोध संस्थान, मथुरा में भी प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय बनाया गया है, जो भूमि अधिग्रहण और खरीद की प्रक्रिया को तेज करेगा। ओएसडी शिव अवतार सिंह को यहां चार्ज दिया गया है। राजेंद्र तहसीलदार, एक कानूनगो और चार लेखपाल भी नियुक्त किए गए हैं। पहले 200 एकड़ जमीन खरीद और अधिग्रहण की जाएगी, फिर विकासकर्ता कंपनी को आरएफपी जारी की जाएगी।
छह लेन का एक्सप्रेसवे
735 एकड़ में पहले हेरिटेज सिटी का निर्माण होगा। यहां छह लेन का एक्सप्रेसवे और अन्य सुविधाएं बनाई जाएंगी। सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार डीपीआर को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप बिड इवैल्यूशन कमेटी की बैठक में मंजूर किया गया है। यह परियोजना 12 गांवों में तीन हजार एकड़ में 10 वर्षों में पूरी होगी। काम तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहला और दूसरा चरण 3-3 साल में पूरे होंगे। चार वर्ष में तीसरा चरण पूरा होगा। ब्रज और मथुरा की संस्कृतिक विरासत को राया हेरिटेज सिटी में देखा जा सकेगा।
राया हेरिटेज सिटी पहले चरण के तहत 735 एकड़ में विकसित होगी, जो वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए जीरो पॉइंट से 101 किलोमीटर पर बनाया जाएगा। अरुणवीर सिंह, सीईओ, यमुना प्राधिकरण, ''हेरिटेज सिटी के लिए 200 एकड़ भूमि के अधिग्रहण और खरीद की प्रक्रिया चल रही है। 137 एकड़ के लिए किसान सहमति भी दे चुके हैं। जमीन के नए रेट पर आगामी बोर्ड बैठक में मुहर लगेगी।''
निर्माण कार्य और निर्धारित क्षेत्रफल
क्रम | निर्माण कार्य | क्षेत्रफल (एकड़ में) |
1 | थीम बेस्ड हेरिटेज सेंटर | 350.00 एकड़ |
2 | योगा, वेलनेस सेंटर और नेचुरोपैथी | 103.00 एकड़ |
3 | ग्रीन पार्क | 97.00 एकड़ |
4 | टूरिस्ट ट्रेवल फैसिलिटी | 46.00 एकड़ |
5 | कन्वेंशन सेंटर | 42.00 एकड़ |
6 | आयुर्वेद | 35.00 एकड़ |
7 | स्टार होटल | 26.00 एकड़ |
8 | बजट होटल | 19.60 एकड़ |
9 | ओल्ड एज होम्स | 10.00 एकड़ |
10 | टूरिस्ट फैसिलिटी | 8.40 एकड़ |
11 | सर्विस अपार्टमेंट | 6.00 एकड़ |