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UP में महिला कर्मचारियों की बड़ी टेंशन हुई खत्म, बच्चों को संभालेगा प्रशासन

UP News : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में ड्यूटी लगने वाली महिला कर्मचारी की मौज बन गई है। महिला कर्मचारियों की बहुत बड़ी टेंशन कम होने वाली हैं। जिला कर्मचारियों को देखकर प्रशासन में बहुत बड़ी पहल की हैं। पढ़ें पूरी खबर

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UP में महिला कर्मचारियों की बड़ी टेंशन हुई खत्म, बच्चों को संभालेगा प्रशासन

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में ड्यूटी लगने वाली महिला कर्मचारी की मौज बन गई है। महिला कर्मचारियों की बहुत बड़ी टेंशन कम होने वाली हैं। जिला कर्मचारियों को देखकर प्रशासन में बहुत बड़ी पहल की हैं। महिला कर्मचारियों को यूपी लोकसभा चुनाव में ड्यूटी लगने पर अपने बच्चों को संभालना बहुत मुसीबत भरा होता है। गोंडा प्रशासन ने लोकसभा चुनाव में ड्यूटी करने वाली महिला कर्मचारियों के लिए अद्भुत उपाय किया है। अब जिला प्रशासन भी पोलिंग पार्टी में शामिल महिला कर्मचारियों के छोटे बच्चों को देखभाल करेगा। डीईओ/डीएम ने बताया कि राज्य और तहसील मुख्यालयों पर क्रेच की व्यवस्था की जा रही है। 19 और 20 मई को यह व्यवस्था की गई है। 

गुरुवार को गोंडा जिलाधिकारी ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।  खास बात यह है कि इन क्रेश में बच्चों के लिए रात में ठहरने की व्यवस्था भी की जाएगी। जिले में ऐसा पहली बार हुआ है। 20 मई को लोकसभा चुनाव में मतदान करने के लिए 15 हजार से अधिक कर्मचारी लगेंगे। 19 मई को सभी पोलिंग पाटियां अपने बूथ पर पहुंच जाएंगी और 20 मई को देर शाम तक मुख्यालय लौट जाएंगी। 

डीएम नेहा शर्मा ने बताया कि पोलिंग पार्टी में कई महिला कर्मचारी हैं जिनके बच्चे हैं। निर्वाचन के दौरान उनके बच्चों की देखभाल के लिए 19 और 20 मई को जनपद मुख्यालय और तहसील मुख्यालय पर पालनघर स्थापित करने का निर्णय लिया गया। छोटे बच्चों को रखने, उनकी देखभाल करने और भोजन से संबंधित सभी सुविधाएं इन क्रेश में सुनिश्चित की जाएंगी।

क्रेश को ऐसी जगह पर लगाया जाएगा जहां पेयजल, विद्युत, प्रसाधन और अन्य मूलभूत सुविधाएं अच्छी स्थिति में हों। इसमें निजी स्कूल शामिल हो सकते हैं। यहां चतुर्थी श्रेणी की महिला कर्मचारियों के साथ आंगनबाड़ी सहायिकाओं का नियुक्ति होगी। उनका कहना था कि इसकी देखरेख बाल विकास विभाग के सुपरवाइजर्स और बेसिक शिक्षा विभाग से निर्वाचन से मुक्त महिला शिक्षकों करेंगे। डीएम ने बीएसए और जिला कार्यक्रम अधिकारी को इस बारे में कार्रवाई करने के लिए कहा है।