राजस्थान फीडर कैनाल को लेकर बड़ी अपडेट, सरकार के इस फैसले से 15 जिलों के किसानों की मौज
Bhajan Lal Government : राजस्थान में भजन लाल सरकार ने इन 15 जिलों के लिए खास प्लान तैयार किया है। जिसके तहत इन जिलों से गुजरने वाली दो नहरो पर 136 करोड रुपए खर्च करने की योजना है। जिससे दोनों नहरो 27 किलोमीटर लंबी रिलाइनिंग का काम किया जाएगा। रिलाइनिंग का काम हो जाने के बाद नहरो में पानी की मात्रा बढ़ाई जा सकेगी। जिससे प्रदेश के लाखों लोगों को पानी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
Rajasthan Feeder Canal : राजस्थान की भजन लाल सरकार ने राजस्थान फीडर कैनल और सरहिंद फीडर पर 27 किलोमीटर लंबी रिलाइनिंग का काम करने की योजना तैयार की है। जिसके तहत प्रदेश सरकार 136 करोड रुपए खर्च करने जा रही है। इन दोनों नहरे पर रिलाइनिंग का काम हो जाने के बाद 3 से 4 हजार क्यूसेक पानी की मात्रा बढ़ाई जा सकेगी। जिसे राजस्थान के 15 जिलों के लोगों को भरपूर पानी मिलेगा। उन्हें पानी के लिए किसी भी तरह की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। इन 15 जिलों के गावों को पीने के लिए और सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं देखनी पड़ेगी।
भजनलाल सरकार इस काम को नहरबंदी कर पूरा करेगी। नहरबंदी के लिए राजस्थान सरकार ने पंजाब सरकार को 136 करोड़ रुपए देने पर सहमति जताई है। साथ ही सरहिंद फीडर पर भी नहर बंदी कर रीलाइनिंग होगी। जल संसाधन विभाग की अनुसार दोनों ही फीडर से राजस्थान को पानी मिलता रहा है और रीलाइनिंग के बाद करीब 3 से 4 हजार क्यूसेक पानी ज्यादा मिलने की उम्मीद है।
27 किलोमीटर में रीलाइनिंग, 136 करोड़ स्वीकृत
राजस्थान फीडर पर साढ़े 15 किलोमीटर तक रीलाइनिंग होगी। सरहिंद फीडर पर करीब 12 किलोमीटर तक रीलाइनिंग की जाएगी। इससे राजस्थान के 15 जिलों के किसान को पानी मिलेगा। इससे राजस्थान फीडर की क्षमता 18500 क्यूसेक पानी हो जाएगी। अभी केवल 11 से 12 हजार क्यूसेक पानी दिया जा सकता है। राजस्थान फीडर के लिए 97.55 करोड़ रुपए और सरहिंद फीडर पर रीलाइनिंग के लिए 38.80 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
यह है स्थिति
राजस्थान फीडर कैनाल करीब 21 फीट गहरी है। जल संसाधन विभाग की मानें तो राजस्थान फीडर की कुल क्षमता 18500 क्यूसेक पानी है, जबकि वर्तमान में 11 से 12 हजार क्यूसेक पानी ही लिया जा सकता है। ऐसे में पानी की क्षमता लगातार घट रही है।
रीलाइनिंग होने से लाखों किसानों को पेयजल और सिंचाई के लिए अधिक पानी मिल सकेगा। सरकार ने किसानों की मांग पर पिछली बार नहरबंदी नहीं की थी,लेकिन इस बार नहरबंदी कर रीलाइनिंग कर 4 हजार क्यूसेक तक पानी बढ़ाने की कवायद होगी ताकि भविष्य में किसानों को समस्या का सामना नहीं करना पड़े।