Bihar: बिहटा में जमीन अधिग्रहण कर एयरपोर्ट रनवे का किया जाएगा विस्तार
Bihta Airport : बिहटा एयरपोर्ट का रनवे विस्तार करने के लिए जल्द ही जमीन अधिग्रहण का निर्णय होगा। अधिकारियों का कहना है कि इस बारे में 15 दिनों में निर्णय हो सकता है। रनवे बिहटा एयरपोर्ट से पूरब या पश्चिम की ओर बढ़ेगा। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया निर्णय होते ही शुरू होगी। 15 नवंबर को, राजस्व अधिकारी अनिल कुमार की अध्यक्षता में छह सदस्यीय टीम ने स्थल जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी।

Bihar News : बिहटा एयरपोर्ट (पटना, बिहार) के रनवे विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। यह निर्णय बिहार में हवाई संपर्क को मजबूत करने और राज्य में हवाई यातायात की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए लिया गया है। जिला प्रशासन ने एडीएम (राजस्व) की अध्यक्षता में गठित एक टीम से 173 एकड़ भूमि के अधिग्रहण से संबंधित रिपोर्ट मांगी थी। राज्य सरकार ने पहले ही इसे भेजा है। अधिकारियों का कहना है कि इस बारे में 15 दिनों में निर्णय हो सकता है।
जमीन अधिग्रहण
रनवे बिहटा एयरपोर्ट से पूरब या पश्चिम की ओर बढ़ेगा। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया निर्णय होते ही शुरू होगी। 15 नवंबर को, राजस्व अधिकारी अनिल कुमार की अध्यक्षता में छह सदस्यीय टीम ने स्थल जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी। कमेटी में जिला भू अर्जन पदाधिकारी, दानापुर के डीसीएलआर, पटना एयरपोर्ट के सहायक महाप्रबंधक, कार्यपालक पदाधिकारी (नगर परिषद बिहटा) और बिहटा के सीओ शामिल थे। रिपोर्ट को डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने राज्य स्तर पर गठित कमेटी को भेजा गया है। पिछले महीने से यह मामला लंबित है।
रनवे की पश्चिमी जगह
पहले हवाई अड्डे के रनवे का विस्तार 2500 मीटर था। यह 3658 मीटर बढ़ाने का प्रस्ताव है। 1158 मीटर लंबी एलायनमेंट के अनुसार कोरहर गांव को पश्चिम में ले जाना होगा। इसमें कोरहर गांव में 143 पक्का घर, 103 कच्चा घर और सात धार्मिक स्थान (एक मजार और छह मंदिर शामिल हैं) को तोड़ना शामिल है। इस क्षेत्र में कुल 253 संरचनाओं को हटाना होगा। 246 घरों को पुनर्वास करना होगा। बिहटा-मनेर रोड हवाई अड्डा चहारदिवारी से लगभग 500 मीटर दूर है। इसलिए अंडरपास या चाहरदिवारी से लगभग 2.50 किमी ग्रीनफील्ड चार लेन सड़क बनानी होगी। इस क्षेत्र में पुनर्वास पर 542 करोड़ रुपये और 173 एकड़ जमीन अधिग्रहण पर 482 करोड़ रुपये खर्च होंगे। कोरहर गांव के लोगों ने भी इस क्षेत्र में रनवे विस्तार का विरोध किया है।
रनवे विस्तार के लिए 173.50 एकड़ जमीन अधिग्रहण
शर्फुद्दीनपुर गांव इस क्षेत्र में है। 119 पक्का घर, 35 कच्चा घर, एक मस्जिद और एक मंदिर हैं। बता दे की 154 परिवारों को पुनर्वास की जरूरत होगी। हवाई अड्डा के बाहर भी एक कब्रिस्तान भी है। यह कब्रिस्तान दो एकड़ में स्थित है। इसलिए भी उसे हटाना होगा। आईओसीएल की गैस पाइप लाइन भी 350 मीटर दूर है। रनवे के विस्तार के लिए 173.50 एकड़ पूरब भूमि की आवश्यकता होगी। इसके लिए लगभग 392 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पुनर्वास पर लगभग 452 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है। यहां के लोगों ने पहले से ही कब्रिस्तान को हटाने का विरोध किया है।
जिला प्रशासन ने पहले भी 114 एकड़ जमीन दी है। 106 एकड़ की जमीन एयरपोर्ट प्रशासन को दी गई है। आठ एकड़ भूमि, जिसमें टर्मिनल भवन बनाना है, इसका अधिग्रहण का कार्य हो रहा है। यदि रनवे विस्तार के लिए 173 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाता है तो एयरपोर्ट को इस क्षेत्र में कुल 287 एकड़ भूमि मिल जाएगी।