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बिहार में अब खनन विभाग का होगा अलग अपना फोर्स-खुलेगा कंट्रोल रूम, नीतीश सरकार हुई खनन माफिया पर सख्त

Bihar News : खनन विभाग को एक नियंत्रण कक्ष बनाने का आदेश दिया गया है। यहीं से बालू घाटों पर खनन प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी। ताकि कोई परेशानी न हो, खनन विभाग के पास सीसीटीवी कैमरे होंगे और अपना बल होगा।

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बिहार में अब खनन विभाग का होगा अलग अपना फोर्स-खुलेगा कंट्रोल रूम, नीतीश सरकार हुई खनन माफिया पर सख्त

Bihar Mining Department : बिहार में खनन माफिया अब सुरक्षित नहीं है। डिप्टी सीएम सह खनन विभाग के मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने खान एवं भू तत्व विभाग की समीक्षा बैठक के बाद कहा कि सरकार खनन माफिया पर बहुत गंभीर है।  बिहार से माफिया गिरी को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उधर, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में तीन तरह के माफिया सक्रिय हैं: शराब माफिया, जमीन माफिया और खनन माफिया। सरकार इनकी समाप्ति के लिए प्रतिबद्ध है। नीतीश कुमार भी इस मुद्दे पर बहुत कठोर हैं और इसके लिए दृढ़ हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आदेश दिया कि खनन विभाग के पिछले एक वर्ष के काम की समीक्षा की जाएगी। महागठबंधन सरकार में यह विभाग राजद के अधीन था, विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री का लक्ष्य माफिया तत्वों का बढ़ता हुआ वर्चस्व रोकना है। खनन माफिया में शामिल लोगों को बिहार में हिंसा फैलाने का स्पष्ट संकेत दिया गया है। विभाग को इन पर नियंत्रण रखने के लिए एक नियंत्रण कक्ष बनाने का निर्देश दिया गया है। यहीं से बालू घाटों पर खनन प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी। खनन विभाग के पास सीसीटीवी कैमरे और बल होगा। 

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पिछले दिनों खनन विभाग के पदाधिकारी पर माफियाओं का हमला हुआ था।  मंत्री ने कहा कि इसे रोकने के लिए खनन विभाग अपना बल बनाएगा। यह घटनाएं जिस थाना क्षेत्र में हुई हैं, उसके थानाधिकारी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।  अवैध खनन के लिए थाना अध्यक्ष भी जिम्मेदार होगा। इससे संबंधित पत्र जल्द ही उनके पास भेजा जाएगा। 

इधर, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने डीजीपी को आदेश दिया है कि वे शराब, जमीन और बालू माफिया को समाप्त करने के लिए किसी को नहीं सुनें। हर हाल में इनसे राज्य को मुक्ति मिलनी चाहिए। ये तीन ताकतें राज्य में अपराध का आठवां हिस्सा हैं। सरकार इससे चिंतित है।  उन्हें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि ये लोगों को या तो काम छोड़ देना चाहिए या राज्य छोड़ देना चाहिए। 

बिहार में खनन माफिया का शासन है।  थानेदारों से लेकर आईपीएस ऑफिसरों और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों पर भी कार्रवाई हुई। खनन विभाग के अधिकारियों और पुलिस पर माफिया के गुर्गों ने हमला किया।  सरकार से जुड़े कई सफेदपोश भी अवैध बालू खनन में शामिल हैं।  मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि हर किसी का पता लगाया जाएगा।

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