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Bihar जल्द होगा मालामाल, धरती के नीचे से निकला करोड़ों का खजाना, इस इलाके की होगी बल्ले-बल्ले

Bihar News : बिहार के लोगों की मौज होने वाली है। बता दें कि बिहार में धरती के नीचे बहुत बड़ा खजाना हाथ लगा है। बिहार के इस जिले में धरती के नीचे बड़ा खजाना हाथ लगा है. इस खजाने की बाजार में कीमत करीब 3500 करोड रुपए है। पढ़ें पूरी खबर 

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Bihar जल्द होगा मालामाल, धरती के नीचे से निकला करोड़ों का खजाना, इस इलाके की होगी बल्ले-बल्ले 

Bihar News : जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जमुई जिले के सिकंदरा क्षेत्र में लोह अयस्क मैग्नेटाइट के दो ब्लॉक का उत्खनन जल्द ही होगा। बिहार सरकार के खान एवं भूतत्व विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह ने इसके बारे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी है। उनका कहना था कि आचार संहिता खत्म होने के बाद नीलामी के लिए बोलियां निकाली जाएंगी और इस साल के अंत में उत्खनन शुरू हो जाएगा।

सचिव ने कहा कि जमुई के सिकन्दरा क्षेत्र में 45 मिलियन टन मैग्नेटाइट का भंडार मिला है। मंजोष और भट्ठा गांव में प्राप्त भंडार का बाजार मूल्य लगभग 3500 करोड़ रुपये है। सिकंदरा क्षेत्र में लगभग 45 मिलियन टन मैग्नेटाइट लौह अयस्क के भंडार का खनन शुरू हो गया है। इस क्षेत्र में लगभग 2,000 एकड़ का लौह अयस्क भंडार है। लौह अयस्क वाले स्थान का निरीक्षण करते हुए धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि सिकंदरा प्रखंड क्षेत्र में मैग्नेटाइट मिनरल के दो ब्लॉक मिले हैं।

नीलामी की प्रक्रिया फाइनल स्टेज में

उन्होंने बताया कि बिहार सरकार ने जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से दोनों ब्लॉकों की पहचान कर रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी है। बिहार सरकार की दोनों ब्लॉकों की नीलामी की तैयारी लगभग अंतिम चरण में है, जहां जमीन का चयन हो रहा है। भूमि का भी वर्गीकरण हो रहा है, जो वन विभाग, रैयत या सरकारी है। यह कार्रवाई लगभग अंतिम स्तर पर है।

करीब 45 मिलियन टन का भंडार

अगले महीने आचार संहिता खत्म होने के बाद नीलामी की प्रक्रिया शुरू होगी। इन दो ब्लॉक में लगभग 45 मिलियन टन मैग्नेटाइट आयरन का भंडार है, जिसका आज का मूल्य 2500 करोड़ रुपए है। बिहार के लिए खुशी की बात है कि यहां के लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। लोगों को काम और पैसा मिलेगा।

नियम के तहत भूमि अधिग्रहण का काम होगा

भूमि अधिग्रहण को लेकर सवाल पूछे जाने पर सचिव धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि स्थल निरीक्षण के बाद विभागीय सचिव ने कहा कि माइनिंग को लेकर भी जल्द ही भूमि अधिग्रहण शुरू होगा। भारत सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति के अनुसार, रैयतों को जमीन दी जाएगी और मुआवजा दिया जाएगा. विस्थापित लोगों को विस्थापित करने से पहले उनकी स्थापना की जाएगी, फिर माइनिंग शुरू होगी।