Car Insurance: अब बिना इंश्योरेंस टोल गेट पार करना पड़ेगा आपकी जेब पर भारी, कटेगा ऑटोमैटिक चालान, 3 महीने की जेल
Car Insurance: अब बगैर इंश्योरेंस के वाहन चलाना महंगा हो सकता है। ठीक है, क्योंकि अगर आपकी कार का बीमा नहीं है, तो आपका ऑटोमैटिक चालान टोल गेट पर कट सकता है। आइए इसे पूरी तरह से समझते हैं।

The Chopal : अब बिना इंश्योरेंस के वाहन चलाना और भी महंगा पड़ सकता है। सरकार और परिवहन विभाग ने टोल प्लाजा पर ऑटोमैटिक चालान सिस्टम लागू करने की योजना बनाई है, जिससे अगर किसी वाहन का इंश्योरेंस वैध नहीं होगा, तो टोल पार करते ही उसका ऑटोमैटिक चालान कट जाएगा।
बिना बीमा वाले वाहनों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिससे न केवल वाहन मालिकों को खतरा होता है, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को भी उचित मुआवजा नहीं मिलता है। ओडिशा राज्य परिवहन प्राधिकरण (STA) ने अब एक नई प्रणाली शुरू की है जो इस समस्या को दूर करेगा। 1 फरवरी 2025 से ओडिशा में 22 टोल गेट्स पर ई-डिटेक्शन सिस्टम लगाया जाएगा. ये सिस्टम बिना बीमा वाले वाहनों को पहचान कर ऑटोमैटिक रूप से ई-चालान प्रदान करेंगे।
कैसे यह ई-डिटेक्शन सिस्टम काम करेगा?
टोल गेट्स पर स्थापित ई-डिटेक्शन सिस्टम वाहनों की बीमा वैलिड की तत्काल जांच करेंगे। वाहन को बिना वैलिड इंश्योरेंस के पकड़े जाने पर पहली बार 2,000 का चालान कटेगा। अगर वही गाड़ी फिर से पकड़ी जाती है, तो चार हजार रुपये का चालान लगाया जाएगा। वाहन चालक को दोषी ठहराने पर तीन महीने की जेल भी हो सकती है। दोषी को कभी-कभी जेल और जुर्माने दोनों की सजा दी जा सकती है।
क्या कारण है कि यह नवीन प्रणाली महत्वपूर्ण है?
सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों को मुआवजा नहीं मिलता क्योंकि बहुत से लोग अपने वाहनों का इंश्योरेंस समय पर नहीं करवाते। इस नई प्रणाली से ओडिशा सरकार चाहती है कि सड़क पर चलने वाले सभी वाहन वैलिड इंश्योरेंस के साथ हों, ताकि किसी दुर्घटना में नुकसान की भरपाई की जा सके।
यह तकनीक पहले भी लागू हो चुकी है
ई-डिटेक्शन प्रणाली का इस्तेमाल पहली बार नहीं हुआ है। बिहार सरकार ने कुछ महीने पहले राज्य के 32 टोल प्लाजाओं पर भी ऐसा ही प्रणाली लागू की थी। यह सिस्टम भी पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (PUC) की जांच करता था। बिना PUC के वाहन मालिक पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता था।
बिहार में शुरू हुई इस व्यवस्था ने दो दिनों में 5,000 से अधिक ई-चालान भेजे। सरकार ने कहा कि आगे पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और अन्य स्मार्ट शहरों में भी यह प्रणाली लागू की जाएगी। अब आप बिना इंश्योरेंस के एक वाहन चला रहे हैं तो सावधान रहें। ओडिशा और बिहार जैसे राज्यों ने ई-डिटेक्शन प्रणाली को अपनाया है, इसे जल्द ही अन्य राज्यों में भी लागू किया जा सकता है। यह न केवल सड़कों को सुरक्षित बनाएगा, बल्कि सड़क दुर्घटना के मामलों में न्याय करने में भी मदद करेगा।