गोरखपुर में शीतलहर और घने कोहरे का असर, स्कूलों व कोचिंग संस्थानों के समय में बदलाव

Prayagraj Weather: गोरखपुर जिले में लगातार बढ़ती ठंड और घने कोहरे के चलते जनजीवन प्रभावित होने लगा है। खासकर सुबह के समय दृश्यता बेहद कम होने और शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर अहम निर्णय लिया है।

   Follow Us On   follow Us on
गोरखपुर में शीतलहर और घने कोहरे का असर, स्कूलों व कोचिंग संस्थानों के समय में बदलाव

UP News: गोरखपुर जिले में लगातार बढ़ती ठंड और घने कोहरे के चलते जनजीवन प्रभावित होने लगा है। खासकर सुबह के समय दृश्यता बेहद कम होने और शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर अहम निर्णय लिया है। जिलाधिकारी दीपक मीणा के निर्देश पर जिले में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों और कोचिंग संस्थानों के संचालन समय में बदलाव किया गया है।

प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार अब जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालय तथा कोचिंग संस्थान सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक ही संचालित होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है और अगले निर्देश तक प्रभावी रहेगा।

सभी बोर्डों के विद्यालयों पर लागू होगा आदेश

जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह निर्देश किसी एक बोर्ड तक सीमित नहीं है। यह आदेश बेसिक शिक्षा परिषद, सीबीएसई, आईसीएसई, उत्तर प्रदेश बोर्ड, संस्कृत बोर्ड, मदरसा बोर्ड सहित जिले के सभी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों पर समान रूप से लागू होगा। इसके साथ ही जिले में संचालित सभी प्रकार के कोचिंग सेंटर भी इस आदेश के दायरे में आएंगे।

प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, बीते कुछ दिनों से गोरखपुर में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहता है, जिससे सड़कों पर दृश्यता काफी कम हो जाती है। ठंड के साथ-साथ कोहरे के कारण बच्चों को स्कूल आने-जाने में परेशानी हो रही थी। कई इलाकों से अभिभावकों द्वारा बच्चों की सुरक्षा को लेकर शिकायतें भी सामने आई थीं। इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए समय में बदलाव का निर्णय लिया गया है।

बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता

जिलाधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि ठंड और कोहरे की वजह से सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है, खासकर सुबह के समय। ऐसे में स्कूलों के समय में बदलाव कर जोखिम को कम करने की कोशिश की गई है। प्रशासन ने स्कूल प्रबंधन और कोचिंग संचालकों को आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने चेतावनी दी है कि आदेश की अनदेखी करने वाले संस्थानों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

अभिभावकों से विशेष अपील

जिला प्रशासन ने अभिभावकों से भी सहयोग की अपील की है। प्रशासन का कहना है कि अभिभावक अपने बच्चों को तय समय के अनुसार ही स्कूल भेजें और ठंड से बचाव के लिए उचित इंतजाम करें। बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर भेजने, आवश्यकता होने पर टोपी, दस्ताने और मफलर का उपयोग कराने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, स्कूल प्रबंधन को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे छात्रों के लिए स्कूल परिसर में ठंड से बचाव के जरूरी इंतजाम सुनिश्चित करें और बच्चों को खुले में अधिक समय तक न बैठाया जाए।

मौसम की स्थिति पर रखी जा रही नजर

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, मौसम विभाग की रिपोर्ट के आधार पर हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। यदि ठंड और कोहरे की स्थिति और गंभीर होती है, तो आगे और सख्त कदम भी उठाए जा सकते हैं। फिलहाल, यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एहतियाती तौर पर लिया गया है। गौरतलब है कि हर साल सर्दियों के मौसम में गोरखपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में घना कोहरा और शीतलहर का असर देखने को मिलता है। ऐसे में प्रशासन द्वारा समय रहते लिया गया यह फैसला बच्चों और अभिभावकों दोनों के लिए राहत भरा माना जा रहा है।